
देहरादून | उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 का पहला चरण आज पूरे उत्साह और शांति के साथ संपन्न हुआ। प्रदेश के 12 जिलों के 49 विकासखंडों में आयोजित इस पहले चरण में 26 लाख से अधिक मतदाताओं ने 17,829 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद कर दिया। सुबह से ही राज्य के विभिन्न इलाकों में पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें नजर आईं। कहीं पहली बार वोट डालने का रोमांच था, तो कहीं लोकतंत्र की आस्था में बुजुर्गों की भागीदारी ने मिसाल कायम की।
26 लाख मतदाता, 5823 पोलिंग बूथ, लोकतंत्र का महापर्व
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पहले चरण में 5823 पोलिंग बूथ पर मतदान कराया गया। इसमें ग्राम पंचायत सदस्य के 2247, प्रधान पद के 9731, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 4980 और जिला पंचायत सदस्य के 871 प्रत्याशी मैदान में थे। मतदाताओं ने सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक उत्साह के साथ वोटिंग की। 4 बजे तक लगभग 55% मतदान की पुष्टि हुई थी, जबकि शाम तक यह आंकड़ा 70% तक पहुंचने की उम्मीद है।
युवाओं से लेकर 95 वर्षीय बुजुर्ग तक पहुंचे मतदान करने
चुनाव के इस महायज्ञ में युवाओं की भूमिका बेहद अहम रही। बड़ी संख्या में पहली बार वोट डालने वाले युवा पोलिंग बूथों पर पहुंचे। वहीं श्रीनगर में 95 वर्षीय महिला मतदाता ने मतदान कर लोकतंत्र की गूंज को और मजबूत किया। राज्य के कई दिव्यांग मतदाताओं ने भी व्हीलचेयर के सहारे पहुंचकर मतदान किया, जिससे स्पष्ट है कि ग्रामीण भारत में लोकतांत्रिक चेतना गहराई से स्थापित हो रही है।
राजनीतिक दिग्गज भी बने मतदान का हिस्सा
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी विधानसभा क्षेत्र खटीमा में मतदान कर जनता से मतदान की अपील की। उनके साथ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, सतपाल महाराज सहित कई अन्य नेताओं ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में मतदान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की नींव हैं। अधिक से अधिक मतदान से हम मजबूत गांव, मजबूत राज्य और मजबूत देश की ओर बढ़ते हैं।”
2019 की तुलना में बढ़ सकती है वोटिंग प्रतिशत
राज्य निर्वाचन आयोग को इस बार भी 70 प्रतिशत से अधिक मतदान की उम्मीद है। पिछली बार 2019 के पंचायत चुनाव में 69.59 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार 5 लाख नए मतदाता जुड़े हैं, जिससे अनुमान है कि यह आंकड़ा 70 से 75 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।
क्षेत्रवार मतदान प्रतिशत (2019 के आधार पर)
- गढ़वाल मंडल:
- देहरादून: 77.54%
- टिहरी: 61.19%
- पौड़ी: 61.79%
- रुद्रप्रयाग: 62.98%
- उत्तरकाशी: 78.43%
- चमोली: 65.65%
- कुमाऊं मंडल:
- ऊधमसिंह नगर: 84.26% (सबसे अधिक)
- अल्मोड़ा: 60.04% (सबसे कम)
- नैनीताल: 75.07%
- पिथौरागढ़: 65.54%
- चंपावत: 67.82%
- बागेश्वर: 63.99%
दूसरे चरण के लिए तैयारी शुरू
प्रदेश में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 28 जुलाई को होगा, जिसमें शेष विकासखंडों में मतदान कराया जाएगा। वहीं 31 जुलाई को सुबह 8 बजे से मतगणना प्रारंभ होगी। राज्य निर्वाचन विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस-प्रशासन ने मिलकर पहले चरण को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और व्यवस्थित बनाने में सराहनीय भूमिका निभाई।