काशीपुर। गंभीर बीमारियों का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इसके लिए जिले के छह सरकारी अस्पतालों में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बीपीएचयू) और जिला अस्पताल रुद्रपुर में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (आईपीएलएच) बनेगी। यहां बीमारियों पर अध्ययन करके रोकथाम पर कार्य होने का दावा किया जा रहा है।
गर्मियों व बरसात के समय डेंगू, डायरिया, पीलिया, चिकनगुनिया आदि गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीज विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिलते है। इसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट रहता है लेकिन अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने पर कई बार बीमारियों का पता नहीं लग पाता है। इसका संज्ञान लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एलडी भट्ट राजकीय उप जिला चिकित्सालय काशीपुर, बाजपुर, सितारगंज, किच्छा, गदरपुर में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट बनाने का निर्णय लिया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने भवन निर्माण को एक यूनिट के लिए करीब 48 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। निर्माण का जिम्मा कार्यदायी संस्था विडकुल हल्द्वानी को सौंपा गया है। संस्था ने सरकारी अस्पताल में नेत्र विभाग के पास निर्माण शुरू कर दिया है। सीएमओ कार्यालय के जेई गोर्धन गौतम ने बताया कि ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट भवन का निर्माण चल रहा है। कार्यदायी संस्था को यह कार्य अगस्त तक पूरा करके देना है। इसके बाद लैब में मशीनें और यंत्र पहुंचेंगे।
सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा ने कहा कि भवन में पब्लिक हेल्थ यूनिट विभाग, मानव संसाधन सूचना प्रणाली विभाग और लैब बनेंगे। जहां एक डॉक्टर एवं स्टाफ बैठेंगे। जो क्षेत्रों में फैलने वाली गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों का डाटा एकत्र कर अध्ययन कर रोकथाम पर काम करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर रक्त संबंधी जांच कर पता लगाया जाएगा। पांच स्थानों पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। खटीमा और जसपुर में निर्माण हो चुका है। जिला अस्पताल रूद्रपुर में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब बनेगी। इसमें अत्याधुनिक मशीनों से एडवांस जांचें हो सकेंगी।