
रामपुर — उत्तर प्रदेश के रामपुर में शादी से एक दिन पहले प्रेम-प्रसंग की साजिश ने एक घर की खुशियों को मातम में बदल दिया। 15 जून को जिस घर से बारात निकलनी थी, वहां 14 जून की रात दूल्हा निहाल का शव कफन में लिपटा हुआ पहुंचा। शादी के लिए तैयार की गई शेरवानी अब किसी कपड़े की अलमारी में लटकी रह गई और निकाह के मंडप की जगह रतनपुरा के जंगल से उसकी लाश मिली।
प्रेमी संग रची खौफनाक साजिश
निहाल की शादी छह महीने पहले तय हुई थी भोट थाना क्षेत्र की गुलफशां से। लेकिन शादी से ठीक पहले गुलफशां ने अपने प्रेमी सद्दाम और दो साथियों – फरमान और अनीस के साथ मिलकर निहाल की हत्या की साजिश रच डाली। कथित रूप से गुलफशां और सद्दाम पहले से प्रेम-सम्बंध में थे और इस रिश्ते के बीच निहाल की शादी एक दीवार बन रही थी।
फोन कर बुलाया, जंगल में ले जाकर हत्या
14 जून को निहाल के पास एक कॉल आया। फोन करने वाला खुद को दुल्हन का चचेरा भाई बताकर कपड़ों का नाप दिलाने के बहाने बाहर बुलाता है। फिर दो बाइक सवार युवक उसे अपने साथ ले जाते हैं और जंगल में ले जाकर गला घोंटकर हत्या कर देते हैं। हत्या के बाद शव को रतनपुरा के जंगल में फेंक दिया जाता है।
CCTV से टूटा साजिश का तिलिस्म
जब निहाल घर नहीं लौटा, तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। नैनीताल रोड स्थित एक संस्थान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे से निहाल को दो युवकों के बीच बाइक पर जाते हुए देखा गया। चेहरा ढका होने के बावजूद बाइक का नंबर कैमरे में कैद हो गया, जिससे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
दो आरोपी हिरासत में, एक जेल भेजा गया
पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद एक आरोपी की निशानदेही पर शव बरामद हुआ। गुलफशां, सद्दाम, फरमान और अनीस के खिलाफ निहाल के भाई नायब शाह ने गंज थाने में नामजद एफआईआर दर्ज कराई है। एक आरोपी को जेल भेज दिया गया है, जबकि अन्य से पूछताछ चल रही है।
परिवार में मचा कोहराम
शादी की तैयारियों में जुटे परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। निहाल की मां बेसुध हो गईं और मोहल्ले में मातम छा गया। जिन गलियों में बैंड-बाजे की आवाज गूंजनी थी, वहां अब सिर्फ रुदन और अफसोस है।
सवाल अनगिनत, जवाब खामोश
यह हत्याकांड एक बार फिर उन सामाजिक सवालों को जन्म देता है जहां रिश्तों की बुनियाद झूठ पर रखी जाती है, और भावनाओं की कीमत खून से चुकाई जाती है। क्या यह शादी केवल एक दिखावा थी? क्या यह हत्या पहले से तय थी? और सबसे अहम — प्यार के नाम पर छल कब तक?
पुलिस जांच जारी है, लेकिन निहाल के परिजनों के लिए यह केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं, बल्कि इंसाफ की मांग है — उस बेटे के लिए, जो शेरवानी पहनकर दूल्हा बनना चाहता था, लेकिन कफन में लिपटकर लौट आया।