
हिसार। हरियाणा के हिसार के सातरोड रेलवे स्टेशन एरिया में वीरवार सुबह करीब 7:15 बजे एक नाबालिग छात्र ने अपने पूर्व सहपाठी 10वीं के छात्र दीक्षित की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी ने अपने दादा की लाइसेंसी दोनाली (डोगा बंदूक) से दो फायर किए, जिसमें से एक छात्र के पेट के दायें हिस्से पर लगी। सूचना मिलते ही राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। इससे पहले परिजन दीक्षित को निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन पोस्टमार्टम शुक्रवार को करवाएंगे। इस मामले में देर रात तक केस दर्ज नहीं किया गया था। दोपहर बाद रेलवे पुलिस ने आरोपी को अपनी अभिरक्षा में ले लिया है।
जीआरपी थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि मूल रूप से चरखी-दादरी के गांव झींझर निवासी और हाल सातरोड के पास स्थित न्यू मस्तनाथ कॉलोनी में रहने वाले सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी प्रकाश का बेटा दीक्षित (14) सुबह करीब 6:30 बजे स्कूटी पर दूध लाने के लिए घर से निकला था। इसी बीच उसके पूर्व सहपाठी ने फोन कर बुला लिया। वह बाइक लेकर दीक्षित के साथ ही रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ियों के लिए बने लोडिंग प्वाइंट पर पहुंचा।
यहां दोनों ने अपने वाहन खड़े किए और कुछ देर तक बातचीत की। इसी दौरान दोनों में हाथापाई हुई। तैश में आकर आरोपी छात्र बाइक पर टंगे बैग में रखी डोगा बंदूक निकाल लाया। पहले उसने हवाई फायर किया। बचाव के लिए दीक्षित भागने लगा, तो आरोपी ने दूसरी गोली चलाई, जो उसके पेट के दायें हिस्से पर लगी। दीक्षित लड़खड़ाकर वहीं गिर गया। इसके बाद आरोपी छात्र बाइक लेकर भाग गया।
गोलियों की आवाज सुनकर करीब 7:25 बजे 86 वर्षीय महिला खजानी मौके पर पहुंची। लहूलुहान हालत में तड़प रहे छात्र को देखकर वह डर गईं। तत्काल अपनी बेटी गीता व आसपास के लोगों को बुला लिया। इसी दौरान दीक्षित की जेब में रखे मोबाइल की घंटी बजी। गीता ने मोबाइल निकाल कर कॉल उठाई। सामने से दीक्षित की मां ने अपने बेटे के बारे में पूछा। गीता ने बताया कि वह यहां घायल हालत में पड़ा है। इस पर परिवार के लोग पहुंचे और दीक्षित को जिंदल अस्पताल पहुंचाया।
करीब 12 साल पहले आर्मी से सेवानिवृत्त प्रकाश फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के गोदाम में गार्ड के तौर पर काम कर रहे हैं। पत्नी और बेटे-बेटी के साथ किराए के मकान रहते हैं। बेटी कॉलेज में पढ़ती है। दीक्षित इकलौता बेटा था, जो अभी हांसी के निजी स्कूल में 10वीं का छात्र था। पूछताछ में सामने आया है कि करीब एक साल पहले जब दीक्षित नौंवी का छात्र था तो उसकी आरोपी छात्र के साथ बैंच पर आगे बैठने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद उसके परिजनों ने दीक्षित पर स्कूल बदलने का दबाव बनाया। दीक्षित के परिजनों ने सीबीएसई के पंजीकरण के नियमों का हवाला देकर इनकार कर दिया। इस पर आरोपी छात्र के परिजनों ने उसका स्कूल बदलवा दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी छात्र इसकी रंजिश में दीक्षित को जान से मारने की धमकी दे रहा था।
फॉरेंसिक टीम ने मौदाके से सैंपल लिए हैं। मृतक छात्र की चप्पल, स्कूटी भी बरामद हुई है। वारदात स्थल पर झाड़ियां हैं, जहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। आरोपी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ कर रहे हैं। जांच में सामने आया है कि जिस बंदूक से गोली चलाई गई, वह आरोपी के दादा की है। फिलहाल इसकी बरामदगी नहीं हुई है। – विनोद कुमार, थाना प्रभारी, राजकीय रेलवे पुलिस, हिसार