
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से रूह कंपा देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक पांच माह की मासूम बच्ची को उसके ही दादा-दादी ने नींद में मौत की नींद सुला दिया। घटना गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के कुतुबपुर कुसैनी गांव की है, जहां बच्ची अपनी मां के बगल में सोई हुई थी। लेकिन रात के अंधेरे में दादा-दादी और बुआ ने एक शैतानी साजिश को अंजाम दिया। सुबह जब मां की आंख खुली, तो बेटी इशिका का गला कटा हुआ मिला।
पुलिस जांच में जो सच सामने आया, उसने पूरे गांव को हिला दिया। पांच महीने की मासूम इशिका की हत्या किसी बाहरी ने नहीं, बल्कि घर के ही लोगों ने की। हत्या का मकसद और भी ज्यादा खतरनाक था – बहू को फंसाना। राजन नाम का युवक केरल में नौकरी करता है। उसकी पत्नी गांव में अपने सास-ससुर और देवरानी-जिठानी समेत संयुक्त परिवार के साथ रहती है। मंगलवार रात को वह अपनी बच्ची इशिका के साथ सोई थी। सुबह उठी तो बेटी का गला कटा हुआ मिला।
हालांकि हत्या इतनी सफाई से की गई थी कि किसी को रात में कोई आहट तक नहीं हुई। हत्यारों ने इशिका को चुपचाप उठाया, गला रेता और फिर शव को उसी जगह सुला दिया, जहां से उठाया था — ताकि शक न हो। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। गहन पूछताछ में सामने आया कि बच्ची की मां और उसके ससुराल वालों के बीच काफी समय से अनबन चल रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, घर में अवैध संबंधों को लेकर तनाव भी था। इसी तनातनी के चलते सास-ससुर ने बहू को सबक सिखाने और जेल भिजवाने की खौफनाक साजिश रची।
पुलिस जांच में सामने आया कि बच्ची की हत्या के लिए पहले से ब्लेड तैयार रखा गया था। रात को ससुर ने अपनी पत्नी को ब्लेड दिया और सास ने अपनी ही पोती का गला काट डाला। ननद (बच्ची की बुआ) इस पूरी वारदात को चुपचाप खड़ी होकर देखती रही। मां के उठने से पहले तीनों आरोपी अपने-अपने कमरे में चले गए। पुलिस ने इस क्रूर हत्याकांड में बच्ची के दादा, दादी और बुआ को गिरफ्तार कर लिया है। इन तीनों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस का कहना है कि हत्या की साजिश काफी समय से रची जा रही थी। इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है। हर कोई यही पूछ रहा है— किसी मां को फंसाने के लिए मासूम की बलि? ये कैसा इंसाफ?
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बच्ची की मां और सास-ससुर के बीच लंबे समय से घरेलू विवाद चल रहा था। आरोपियों को लगता था कि बहू उनकी बात नहीं मानती और परिवार पर कब्जा करना चाहती है। इसी बात से नाराज़ होकर उन्होंने बहू को फंसाने के लिए यह शैतानी योजना बनाई। फोरेंसिक टीम ने बच्ची के शव का निरीक्षण किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि बच्ची की गला रेतकर हत्या की गई। पुलिस ने रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है और तीनों आरोपियों को जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
गांववालों का कहना है कि उन्होंने आज तक ऐसा अमानवीय कृत्य नहीं देखा। एक मासूम बच्ची को सिर्फ इसीलिए मार देना कि वह बहू की बेटी थी – इस सोच ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। सहारनपुर पुलिस ने बताया कि केस मजबूत है और जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट फाइल की जाएगी। आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा के तहत केस दर्ज किया गया है। बच्ची की मां ने पुलिस को बताया कि उसे पहले भी प्रताड़ित किया जाता था। उसकी सास अक्सर ताना देती थी कि “बेटी ही तो पैदा की है”, और दहेज के लिए मानसिक उत्पीड़न भी किया जाता था। लेकिन बेटी की बलि देने की बात उसने कभी सोची भी नहीं थी।