
अब एक खबर आपको सावधान करने के लिए हाज़िर है। फ्रॉड और साइबर लुटेरे आये दिन नए नए तरकीब से आपको लूटने की योजना बनाते रहते हैं जिसमें अच्छे अच्छे लोग भी फंस ही जाते हैं। ऐसा ही एक हथकंडा है जिसके बारे में हम आपको बता रहे हैं हेलो… क्या आप मेरी मदद कर सकते हो? गलती से आपका नंबर लिख गया. प्लीज ओटीपी दे दीजिए, नहीं तो मेरा भविष्य बर्बाद हो जाएगा… रोती-गिड़गिड़ाती लड़की की ये बात सुनकर कहीं आपका दिल पिघल तो नहीं रहा तो हो जाइए सावधान… ये हैं साइबर फ्रॉड का नया तरीका. जी हां, समय-समय पर साइबर ठगी का तरीका बदलता रहता है.
बैंककर्मी, पुलिसकर्मी बनकर फ्रॉड करने के तरीके पुराने हो चुके हैं. यहां तक कि कॉल मर्ज, साइबर अरेस्ट के तरीकों को भी लोग जान चुके हैं. फिशिंग, साइबर बुलिंग और साइबर स्टॉकिंग के तरीके भी आम हो चुके हैं. इन सबसे आगे अब इमोशनल साइबर फ्रॉड का तरीका आ गया है. फिलहाल लोगों को इस ठगी के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं है. इसलिए कई लोग इसका शिकार हो चुके हैं. ऐसे कॉल आने पर सावधान रहने की जरूरत है.
आपके पास एक रोती गिड़गिड़ाती लड़की का फोन आएगा. आपसे अपने भविष्य को बचाने की गुहार लगाती दिखेगी. अपनी पढ़ाई, जॉब, करियर का हवाला देगी. वह बताएगी कि किस तरह ऑनलाइन दर्ज किए मोबाइल नंबर में एक डिजिट आगे-पीछे हो गया, जिससे उसके करियर पर आंच आ सकती है. लड़की को रोते-बिलखते सुन आपको दया आ जाएगी और आप उसे ओटीपी दे देंगे. जैसे ही ओटीपी देंगे आपका बैंक खाता खाली हो जाएगा. क्योंकि कॉल करने वाली लड़की कोई लाचार नहीं बल्कि साइबर ठग होगी.
ऐसा ही एक मामला सेक्टर-4 से सामने आया. यहां रहने वाले मनन के पास एक लड़की का रोते हुए फोन आया. उसने बताया कि दिल्ली में फायर ऑफिसर में सलेक्शन हुआ है. मगर, ज्वॉइन नहीं कर पा रही है, क्योंकि गलती से आवेदन में आपका नंबर लिख गया है, जो मेरे नंबर से मिलता-जुलता है. वेरिफिकेशन के लिए ओटीपी आपके पास आया है, बता दीजिए, नहीं तो ज्वॉइन नहीं कर पाऊंगी. हालांकि, मनन होशियार थे. उन्होंने इस कॉल को नजरअंदाज कर दिया, जिससे वह फ्रॉड से बच गए.
वहीं, दूसरा मामला मल्लातलाई में देखा गया. यहां के निवासी इमरान के पास कॉल आया. लड़की ने रोते हुए कहा कि कॉलेज से स्कॉलरशिप मिलनी है, लेकिन उसके मोबाइल नंबर में एक डिजिट आगे-पीछे हो गया. ओटीपी के बिना स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी. आगे की पढ़ाई नहीं कर पाएगी, गरीब हूं और जिंदगी खराब हो जाएगी. युवक ने साइबर सिक्योरिटी के टोल फ्री नंबर पर शिकायत की है.उदयपुर पुलिस के साइबर एक्सपर्ट हिरणमगरी थाने के कांस्टेबल राजकुमार जाखड़ कहते हैं कि इस तरह के कॉल आने की जानकारी मिल रही है. कॉलर चाहे कितनी भी लाचारी, परेशानी क्यों न दिखाए, भूलकर भी ओटीपी नहीं दें. साइबर एक्सपर्ट मानस त्रिवेदी ने बताया कि साइबर अपराधी लाचार लड़की बनकर कॉल करते है. जो लड़के होते है, ये एआई से आवाज बदलकर कॉल करते हैं.