
आगरा | आगरा के ट्रांस यमुना क्षेत्र में बुधवार को 23 वर्षीय विवाहिता पूजा की अचानक मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया। पूजा की शादी करीब 17 महीने पहले यानी 2 मार्च 2024 को फर्रुखाबाद निवासी सुभाष की बेटी पूजा की शादी संजीव नगर निवासी भरत शर्मा उर्फ एलन से हुई थी। भरत पास की एक फैक्टरी में मुनीम का काम करता है।
पूजा और भरत की शादी प्रेम विवाह थी। पूजा के भाई विजय ने बताया कि उसकी बहन भरत से प्यार करती थी और घरवालों की नाराजगी के बावजूद उसने उसी से शादी करने की जिद की थी। आखिरकार, परिवार ने उसकी इच्छा के आगे हार मान ली और उनकी शादी कर दी गई।
लेकिन, मायके वालों का कहना है कि शादी के बाद से ही पूजा का जीवन सुखमय नहीं रहा। भाई विजय का आरोप है कि भरत आए दिन नशे की हालत में पूजा से मारपीट करता था। इतना ही नहीं, ससुराल पक्ष लगातार दहेज की मांग कर उत्पीड़न करता रहा।
मौत पर उठा सवाल
मृतका के परिजनों का कहना है कि पूजा 8 महीने की गर्भवती थी और तीन दिन से उसकी तबीयत खराब चल रही थी। इसके बावजूद ससुराल पक्ष उसे अस्पताल नहीं ले गया। बुधवार को अचानक पूजा की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
विजय ने आरोप लगाया कि उसकी बहन की हत्या घर पर ही की गई और बाद में उसे अस्पताल ले जाने का नाटक किया गया। “हमें पड़ोसियों ने फोन करके घटना की जानकारी दी। जब हम पहुंचे तो हमारी बहन की सांसें बंद हो चुकी थीं,” विजय ने रोते हुए कहा।
पति का बयान
दूसरी ओर, पति भरत शर्मा ने आरोपों से इनकार किया। उसने कहा कि पूजा की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने बचाने की पूरी कोशिश के बाद भी उसे नहीं बचा सके।
पुलिस की कार्रवाई
एसीपी छत्ता, पियूष कांत राय ने बताया कि फिलहाल परिजनों ने तहरीर नहीं दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मोहल्ले में आक्रोश
घटना के बाद मोहल्ले में तनाव का माहौल है। पड़ोसियों का कहना है कि पूजा अक्सर मायके में फोन कर अपनी परेशानियां बताती थी। कई बार मोहल्ले के लोग भी उसके रोने और झगड़े की आवाजें सुन चुके थे।
बड़ा सवाल
यह मामला एक बार फिर समाज में प्रेम विवाह के बाद की वास्तविकताओं पर सवाल खड़ा करता है। जहां एक ओर प्रेम विवाह को परिवार की सहमति के बिना भी अपनाने की हिम्मत करने वाले युवाओं की उम्मीदें होती हैं, वहीं दूसरी ओर घरेलू कलह, दहेज उत्पीड़न और हिंसा जैसी स्थितियां उनकी जिंदगी को बर्बाद कर देती हैं।