
आगरा। आगरा के बाह क्षेत्र बासौनी के चुन्नीलाल पुरा गांव में रामलाल के परिवार में झगड़ा हो रहा था। गाली का शोर सुन बेटों रामवीर और देव सिंह अपने दरवाजे पर आए। मां शीला देवी ने बताया कि बेटों ने सिर्फ इतना कहा था… काए रे, गाली काहे दे रहे…झगड़ रहे लोग बोले तू क्या करेगा? इसके बाद बेटे घर में आकर रोटी खाने लगे थे। आपस में झगड़ रहे परिवार के लोग हाथ में चाकू लिए घर में घुस आए। रोटी खाते समय दोनों बेटों पर चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार किए।
शीला देवी ने बताया कि खून से लथपथ दोनों बेटे जमीन पर लुढ़क गए। फिर भी वे चाकू से शरीर को गोदते रहे। वह हमलावरों को खींचती रही। कई बार बेटों से अलग किया तो उन्हें धकिया दिया। चीख से हमलावर पसीजे नहीं, बेटों की अंतड़ियां बाहर निकल आईं, लेकिन मरा समझने के बाद ही घर से निकले। शीला देवी ने बताया कि झगड़ रहे परिवार से उनकी कोई रंजिश नहीं है। शीला देवी बार बार बोले जा रही थी कि बेटे बच तो जाएंगे?
घटना के वक्त सगे भाइयों के पिता तोताराम खेत पर छुट्टा मवेशी से फसल की रखवाली को गये थे। मृतक देव सिंह की पत्नी सुमन मायके में थी। घर पर सगे भाइयों के अलावा शीला देवी और देव सिंह की 5 साल की बेटी अंशू थी। पूरी घटना शीला देवी की आंखों के सामने हुई। उन्होंने रूह कंपा देने वाला मंजर देखा। ससुराल अर्जुन पुरा में बेटी सुमन को घटना की जानकारी दी। सुमन पहले चुन्नीलाल पुरा पहुंची, फिर बाह सीएचसी पर। सुमन अपनी मां शीला देवी को संभाले जा रही थी। सुमन ने बताया कि देव सिंह पर सिर्फ एक 5 साल की बेटी अंशू है।