
देहरादून। कोटद्वार में मालन नदी पर बीच से टूटे पुल की मरम्मत करना मुश्किल है। इस पुल के अन्य पिलर भी झुक चुके हैं। इससे अब इसे पूरी तरह गिरने का खतरा है। आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों की टीम टूटे पुल की तकनीकी जांच करेगी। आम लोगों की सुविधा के लिए टूटे पुल के समीप ही ह्यूम पाइप से वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया जाएगा।
रविवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने यमुना कॉलोनी स्थित अपने सरकारी आवास पर कोटद्वार क्षेत्र में आपदा से नुकसान को लेकर आपदा प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने मालन नदी पर पुल टूटने की घटना पर नाराजगी जताई। कहा, आपदा प्रबंधन की लापरवाही और अधिकारियों के ढीले रवैये के कारण पुल टूटा है। जिससे कोटद्वार क्षेत्र के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोटद्वार की स्थिति पर लगातार नजर बनाने और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। प्रभावितों को रहने खाने व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाए। जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी जल्द की जाए। जलजनित रोगों से बचाव के लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्था की जाए। बारिश से पेयजल, विद्युत, सड़क व अन्य व्यवस्थाएं जो प्रभावित हुई हैं, उन्हें शीघ्र सुचारु किया जाए। अधिकारियों को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने और प्रभावितों तक तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
विस अध्यक्ष ने कोटद्वार व भाबर को जोड़ने के लिए वैकल्पिक मार्ग मवाकोट-कण्वाश्रम को लोक निर्माण विभाग के माध्यम से जेसीबी और अन्य उपकरणों की मदद से चौड़ा और सुगम करने के साथ ही वैकल्पिक मार्ग पर रात के समय आवागमन के लिए स्ट्रीट लाइट लगाने को कहा। साथ ही आपदा प्रबंधन को कोटद्वार क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। बैठक में आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा, लोक निर्माण विभाग सचिव पंकज पांडे, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता गढ़वाल मंडल दयानंद मौजूद थे।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने वैकल्पिक मार्ग के लिए आपदा प्रबंधन सचिव को सिंचाई विभाग से धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही जल्द ही वैकल्पिक मार्ग का काम शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा कि आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों से टूट पुल की तकनीकी जांच की जाएगी। पुल के अन्य पिलर भी झुक गए हैं जिससे पुल का मरम्मत कार्य करना मुश्किल है।