महाराष्ट्र का सांस्कृतिक केंद्र कहा जाने वाला पुणे एक बेहद ही खूबसूरत जगह है, जहां पर हर किसी को एक बार अवश्य जाना चाहिए। यहां पर आपको कई ऐतिहासिक स्मारक देखने को मिलेंगे तो इस क्षेत्र की आध्यात्मिक महत्ता भी कम नहीं है। अगर आप वीकेंड पर अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी से एक ब्रेक चाहते हैं तो आपको पुणे घूमकर आना चाहिए। यकीन मानिए कि यह स्थान आपको कभी भी निराश नही करेगा। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको पुणे में स्थित कुछ बेहतरीन प्लेसेस के बारे में बता रहे हैं-
शनिवार वाडा
जब पुणे में घूमने की जगहों की बात होती है तो उसमें शनिवार वाडा का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यह महल बाजीराव पेशवा प्रथम द्वारा बनाया गया था। महल में पांच द्वार, नौ बुर्ज, लकड़ी के खंबे और जाली का काम किया है। इस महल के साथ कई कहानियां जुड़ी हुई हैं, जिसके कारण लोग इस जगह पर आते हैं और एक अद्भुत अनुभव प्राप्त करते हैं।
आगा खान पैलेस
अगर आप एक इतिहास प्रेमी हैं, तो आपको एक बार इस जगह पर अवश्य जाना चाहिए। 1892 में सुल्तान मोहम्मद शाह आगा खान III द्वारा निर्मित, यह महल भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह है। आगा खान पैलेस अकाल से पीड़ित स्थानीय लोगों के बचाव करने से लेकर महात्मा गांधी, उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी, महादेव देसाई और सरोजिनी नायडू की कैद और महादेव देसाई और कस्तूरबा गांधी की मृत्यु का एक चश्मदीद गवाह है। मुख्य महल को अब महात्मा राष्ट्रीय स्मारक में बदल दिया गया है, जहां महात्मा गांधी के जीवन को प्रदर्शित करने वाली तस्वीरें और पेंटिंग रखी गई हैं।
दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर
यह मंदिर ना केवल पुणे बल्कि महाराष्ट्र में सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। मंदिर हिंदू भगवान गणेश को समर्पित है और इसका निर्माण दगडूशेठ हलवाई द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर इतना लोकप्रिय है कि देश के साथ-साथ दुनिया भर से लोग इसे देखने आते हैं। इस मंदिर में यूं तो हमेशा ही एक अलग चहल-पहल रहती है, लेकिन गणेश महोत्सव के समय यहां का नजारा बस देखते ही बनता है।
पार्वती हिल
पार्वती हिल पुणे में घूमने की बेहतरीन जगहों में से एक है। पार्वती हिल शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित है। पहाड़ी में शिव, गणेश, विष्णु और कार्तिकेय के चार प्रमुख मंदिर हैं। यहां के प्रमुख मंदिर को पार्वती मंदिर कहा जाता है, जो कभी पेशवा शासकों का एक निजी मंदिर था। आगंतुकों को यहां पहुंचने के लिए 108 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। अगर आप यहां हैं तो आपको पार्वती संग्रहालय अवश्य देखना चाहिए क्योंकि इसमें प्राचीन चित्रों और पांडुलिपियों की प्रतिकृतियां हैं।