चमोली। जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण अभी तक 849 भवनों को चिन्हित किया गया है जिनमें दरारें आयी है। सुरक्षा के दृष्टिगत 250 परिवारों के 838 सदस्यों को अस्थायी राहत शिविरों में विस्थापित किया है। प्रभावित परिवारों के तीक्ष्ण एवं पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों, विशेष पुनर्वास पैकेज की अग्रिम धनराशि, सामान ढुलाई व तात्कालिक आवश्यकताओं एकमुश्त विशेष ग्रांट और घरेलू सामग्री क्रय हेतु अभी तक 327.77 लाख की राहत धनराशि वितरित की जा चुकी है।
जोशीमठ स्थित लोक निर्माण विभाग का निरीक्षण भवन वर्तमान समय में हो रहे भूधंसाव के कारण असुरक्षित हो गया है। आम जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत उक्त भवन को तत्काल डिस्मेंटल किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सीबीआरआई रुड़की द्वारा लोक निर्माण विभाग के इस निरीक्षण भवन को डिमोलिश श्रेणी में रखा गया है भूधंसाव के कारण लोनिवि निरीक्षण भवन के निकट अवस्थित आवासीय भवनों एवं अन्य संरचनाओं की क्षति की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए निरीक्षण भवन को आम जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगत ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए विभिन्न स्थानों पर संचालित राहत शिविरों में भोजन की गुणवत्ता की फूड सेफ्टी आफिसर द्वारा निरंतर जांच की जा रही है। साथ ही अन्यत्र जनपदों से आ रही खाद्य सामग्री का भी नियमित निरीक्षण किया जा रहा है।
मनोचिकित्सकों की टीम जोशीमठ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के बीच जाकर लगातार काउंसलिंग कर रही है और संकट की इस घडी में प्रभावितों को धैर्य के साथ मनोबल बनाए रखने तथा इस विपदा से उभारने का प्रयास कर रही है।