
ऊधम सिंह नगर | ऊधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब आवास विकास क्षेत्र में रहने वाली एक महिला पेट्रोल की बोतल लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंच गई और आत्मदाह करने की चेतावनी देने लगी। महिला का आरोप था कि उसे लंबे समय से पुलिस प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है और उसकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही, जिससे मजबूर होकर वह यह कदम उठाने कार्यालय तक पहुंची।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया। महिला के हाथ में पेट्रोल की बोतल देखकर पुलिस और खुफिया कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। सतर्कता दिखाते हुए महिला पुलिसकर्मियों की मदद से तुरंत महिला को काबू में लिया गया और उसके हाथ से पेट्रोल की बोतल छीन ली गई। इसके बाद उसे सीधे एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी के समक्ष पेश किया गया।
महिला की पहचान आवास विकास निवासी राज बाला जैन के रूप में हुई है। एसपी सिटी के सामने दिए गए बयान में राज बाला जैन ने बताया कि उसका देवर और उसका परिवार करीब 28 वर्षों तक उसके साथ रहा। बाद में देवर के परिवार ने जयनगर दिनेशपुर और ट्रांजिट कैंप के आनंद विहार क्षेत्र में मकान बना लिया। लगभग तीन साल पहले देवर परिवार के साथ आनंद विहार कॉलोनी, ट्रांजिट कैंप में रहने चला गया।
महिला का आरोप है कि अब उसका देवर उसके आवास विकास स्थित मकान पर कब्जा करना चाहता है, जिसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा है और मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है। राज बाला जैन ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को आवास विकास चौकी पुलिस ने उसे चौकी बुलाया था। जब वह वहां पहुंची, तो उसी दौरान देवर ने आवास विकास के एक पार्षद और किच्छा विधायक के पुत्र की मदद से, पुलिस की कथित मिलीभगत के साथ, उसके मकान का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया।
महिला ने एसपी सिटी के समक्ष स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उसे उसका मकान वापस नहीं दिलाया गया, तो वह आत्मदाह करने से पीछे नहीं हटेगी। इस गंभीर चेतावनी के बाद पुलिस अधिकारियों ने उसे निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। अधिकारियों के समझाने-बुझाने और भरोसा दिलाने के बाद महिला शांत हुई और वापस घर लौट गई।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और संपत्ति विवाद से जुड़े सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस घटना ने पुलिस-जन संवाद और विवाद समाधान की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।





