
हल्द्वानी। तकनीक और आधुनिक संचार साधनों के बढ़ते इस्तेमाल के बीच साइबर अपराधियों ने लोगों की भावनाओं और विश्वास का शिकार बनाकर ठगी के नए-नए तरीके अपना लिए हैं। ऐसा ही एक मामला हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक अज्ञात युवक ने खुद को यूके से बोलने वाला डॉक्टर बताकर युवती को विश्वास में लिया और फिर उपहार व पार्सल भेजने का लालच दिखाकर उससे डेढ़ लाख रुपये ठग लिए।
घटना की शुरुआत
गौजाजाली स्थित चौधरी कॉलोनी रोड निवासी जानकी ठाकुर ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 20 अगस्त की रात पौने नौ बजे उसके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को “डॉ. खान” बताया और कहा कि वह यूनाइटेड किंगडम (UK) से बात कर रहा है। युवक का व्यवहार ऐसा था कि जानकी प्रभावित हो गई और दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई।
पार्सल का लालच
कुछ दिनों बाद आरोपी ने जानकी से कहा कि वह उसके लिए गिफ्ट और अन्य सामान विदेश से भेज रहा है। 26 अगस्त की सुबह युवक ने कॉल करके बताया कि सामान मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच चुका है। इसके बाद एक दूसरे नंबर से कॉल आई, जिसमें खुद को डीएचएल कंपनी का कर्मचारी बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि पार्सल छुड़ाने के लिए भारी रकम जमा करनी होगी।
रकम भेजती रही पीड़िता
जानकी पर विश्वास का जाल डालकर आरोपी ने पहले उसे 10 हजार रुपये यूपीआई के जरिए भेजने को कहा। जानकी ने यह रकम तुरंत ट्रांसफर कर दी। इसके बाद वह छोटी-छोटी किस्तों में रकम भेजती रही। धीरे-धीरे उसने कुल 1.5 लाख रुपये आरोपी के बताए खातों में जमा कर दिए।
जब खाता खाली हुआ तब टूटा भ्रम
आरोपी यहीं नहीं रुका। उसने जानकी से और तीन लाख रुपये की मांग की। लेकिन तब तक उसका बैंक खाता लगभग खाली हो चुका था। जब जानकी ने और पैसे देने में असमर्थता जताई, तब उसे अहसास हुआ कि वह एक बड़ी ठगी का शिकार हो चुकी है।
पुलिस में तहरीर और मुकदमा दर्ज
जानकी ने तुरंत साइबर क्राइम सेल हल्द्वानी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बनभूलपुरा थाना में अज्ञात युवक के खिलाफ साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज किया है।
साइबर अपराधियों का नया तरीका
पुलिस का कहना है कि ठग अक्सर विदेशी पहचान और उपहार भेजने का लालच देकर लोगों को झांसे में लेते हैं। पहले छोटी रकम की मांग की जाती है और धीरे-धीरे बड़ी रकम ऐंठ ली जाती है। जब तक पीड़ित को असली स्थिति का अहसास होता है, तब तक वह भारी नुकसान उठा चुका होता है।
चेतावनी
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी अज्ञात नंबर से आने वाली कॉल या मैसेज पर विश्वास न करें। विदेश से उपहार, पार्सल या इनाम जैसे लालच में कभी न पड़ें। अगर किसी संदिग्ध कॉल या मैसेज का सामना हो तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या निकटतम पुलिस थाने में संपर्क करें।
हल्द्वानी की यह घटना एक बार फिर चेतावनी देती है कि साइबर अपराधी आज “ठगी के रावण” की तरह लोगों के विश्वास का हरण कर रहे हैं और सतर्कता ही उनसे बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।