
देहरादून | देहरादून में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत और आधुनिक बनाने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम है। इससे प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और तकनीक आधारित शिक्षा मिलेगी।
उन्होंने कहा —
“हम सब एक नई शैक्षिक क्रांति के साक्षी बन रहे हैं। आधुनिक युग में शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म, वर्चुअल कक्षाओं और स्मार्ट तकनीक के माध्यम से ज्ञान के नए द्वार खुल रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि शिक्षा विभाग ने प्रदेश में वर्चुअल कक्षाओं को व्यापक स्तर पर लागू किया है। अब तक 500 विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं संचालित की जा रही हैं, जबकि 226 विद्यालयों को पीएम श्री विद्यालय के रूप में विकसित किया गया है।
‘उत्तराखंड वर्चुअल लर्निंग एप्लीकेशन’ से घर बैठे पढ़ाई
सीएम धामी ने बताया कि अब राज्य के छात्र ‘उत्तराखंड वर्चुअल लर्निंग एप्लीकेशन’ के माध्यम से घर बैठे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इस एप में विद्यार्थियों को देश और राज्य के अनुभवी शिक्षकों के वीडियो लेक्चर उपलब्ध कराए गए हैं।
यह एप विद्यार्थियों को न सिर्फ पढ़ने बल्कि स्वयं मूल्यांकन (Self Assessment) की सुविधा भी देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म से दूरस्थ और पर्वतीय इलाकों के विद्यार्थियों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़ा जा सकेगा।
स्मार्ट शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम
कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने कहा कि यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के उद्देश्यों के अनुरूप है। डिजिटल शिक्षा, स्थानीय विषयवस्तु और व्यावहारिक कौशल विकास को प्राथमिकता देकर प्रदेश में शिक्षा को समावेशी और रोजगारोन्मुख बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्चुअल और स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से शिक्षक-विद्यार्थी संवाद अधिक जीवंत हो गया है। अब सीमित संसाधनों वाले क्षेत्रों में भी बच्चे राज्यस्तरीय विशेषज्ञों से सीधे सीख पा रहे हैं।