
वाराणसी में मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई, जब जलकल विभाग के 23 वर्षीय दिव्यांग सीवर सफाईकर्मी रजत कुमार का शव चेतगंज थाना क्षेत्र स्थित प्रकाश टॉकिज के खंडहर से बरामद हुआ। शव के सिर, चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोट और खून के निशान थे, जिससे साफ है कि उसकी बेरहमी से पिटाई की गई थी। परिवार और पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लहुराबीर की मलिन बस्ती निवासी मुन्ना का बेटा रजत सोमवार शाम करीब 7 बजे घर से निकला था। यह उसकी आदत थी कि कई बार रात में घर नहीं लौटता था, इसलिए परिवार ने पहले ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन अगले दिन दोपहर तक रजत के घर न लौटने पर परिजन चिंतित हो गए और उसकी तलाश शुरू कर दी।
तलाश के दौरान मोहल्ले के ही सुजीत ने रजत के बड़े भाई राजा को सूचना दी कि पास के एक खंडहर में रजत का शव पड़ा है। सूचना मिलते ही परिवार के सदस्य वहां पहुंचे और शव को बाहर निकाला। मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और सूचना मिलते ही चेतगंज थाना पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। परिजनों ने साफ आरोप लगाया कि रजत की हत्या की गई है। चेतगंज पुलिस ने भी प्राथमिक जांच में आशंका जताई कि शराब पीने के विवाद में किसी ने भारी वस्तु से उसके सिर पर वार किया होगा।
एसीपी चेतगंज ईशान सोनी ने बताया कि मौत के असली कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। फिलहाल रजत के मोबाइल की कॉल डिटेल्स (सीडीआर) और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जिससे घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ी जा सकें। जानकारी के अनुसार, रजत दाहिने पैर से दिव्यांग था और शराब पीने का आदी था। परिजनों ने बताया कि वह अक्सर शाम को घर लौटकर थोड़ी देर बाद दोस्तों के साथ बाहर घूमने चला जाता था। पुलिस का मानना है कि शराब पीने के दौरान किसी तरह का विवाद हुआ होगा, जो उसकी हत्या की वजह बन गया।
इस घटना से इलाके में आक्रोश और दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से जल्द से जल्द हत्यारों को पकड़ने और सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।