रूस के कैमचटका में आज भयंकर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 8.8 मापी गई. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप समंदर के नीचे आया है, जिसके बाद सुनामी का खतरा भी मंडरा रहा है. अमेरिका और जापान में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है. अहम बात यह भी है कि भूकंप की वजह से फिलहाल किसी तरह के नुकसान को लेकर जानकारी नहीं मिली है.न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि जापान के तटीय इलाके तक करीब 1 मीटर ऊंची लहरें पहुंच सकती हैं. जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा को मौजूदा स्थिति की जानकारी दी गई है. सरकार ने एक इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई है, जिसमें राहत और बचाव कार्यों को लेकर चर्चा हुई है. देश में इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है.रूस में कई बार भूकंप आ चुका है. कामचटका में इस साल 20 जुलाई को भी भयंकर भूकंप आया था, जिसकी रिक्टर पैमाने पर 7.4 तीव्रता मापी गई थी.
इस दिन दूसरा झटका 6.7 की तीव्रता का कामचटका प्रायद्वीप पर आया था. यूएस सुनामी चेतावनी केंद्र ने भी कई इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की है. उसने कहा है कि अगले तीन घंटे में रूस और जापान के कुछ हिस्से में खतरनाक सुनामी की लहरें आ सकती हैं. फिलीपींस, मार्शल आइलैंड्स, पलाऊ और बाकी द्वीपों पर भी हल्की लहरें पहुंचने का खतरा है. बता दें कि ताइवान के हुलिएन क्षेत्र 3 अप्रैल 2024 को में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई. इस भूकंप के कारण छोटी सुनामी लहरें उठीं, जिनका प्रभाव ताइवान के तटीय क्षेत्रों तक सीमित रहा. इस घटना में 14 लोगों की मृत्यु हुई. पेरू के अरेक्विपा क्षेत्र में 28 जून 2024 को 7.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद प्रशांत महासागर में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी.