
नई दिल्ली/पीलीभीत | विदेश भेजने और नौकरी दिलाने के नाम पर आम लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाला 50 हजार रुपये का इनामी अपराधी आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पीलीभीत जनपद के अमरिया थाना क्षेत्र के गांव पिंजरा वमनपुरी निवासी मनोज कुमार भारती को दिल्ली के उत्तमनगर स्थित एक होटल से दबोचा गया। इस कार्रवाई को पीलीभीत पुलिस ने एसटीएफ बरेली की फील्ड यूनिट के साथ मिलकर अंजाम दिया।
मनोज भारती के खिलाफ अमरिया, घुंघचाई और माधोटांडा थानों में अलग-अलग मामलों में ठगी की शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने अब तक कई लोगों को विदेश भेजने के नाम पर झांसे में लेकर मोटी रकम ऐंठी और फरार हो गया। इस वजह से उसके ऊपर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था।
दिल्ली के होटल में नाम बदलकर रह रहा था आरोपी
एसपी विक्रम दहिया ने जानकारी दी कि आरोपी लंबे समय से पुलिस से बचता फिर रहा था। उसके दिल्ली में छिपे होने की सूचना मिलने पर अमरिया थाना पुलिस और एसटीएफ बरेली की टीम ने दिल्ली के बिंदापुर थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में दबिश दी। होटल त्वमेव में रुक रहे आरोपी ने खुद को मुकेश बताकर भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ में उसने अपनी असली पहचान मनोज कुमार भारती उजागर कर दी।
पहले भी कई बार बदल चुका है ठिकाने
पूछताछ में सामने आया कि मनोज लखनऊ और दिल्ली के विभिन्न इलाकों में नाम बदलकर रह रहा था। वह लगातार पहचान छिपाकर ठगी की योजनाएं बना रहा था। होटल में वह रिसेप्शन काउंटर के जरिये बुकिंग कर खुद को एक सामान्य नागरिक के तौर पर प्रस्तुत कर रहा था।
जेल भेजा गया, आगे की पूछताछ जारी
पुलिस ने आरोपी का चालान तैयार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एएसपी दहिया ने बताया कि अन्य जिलों में भी आरोपी के खिलाफ शिकायतें सामने आई हैं, जिनकी जांच की जा रही है। इस गिरफ़्तारी को लेकर पुलिस ने टीम को शाबाशी दी है।
विदेश भेजने के नाम पर ठगी: पीलीभीत में 100 से अधिक मामले दर्ज
पुलिस के मुताबिक, जिले में विदेश भेजने और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के 100 से अधिक मामले अब तक दर्ज किए जा चुके हैं। कई आरोपियों को जेल भेजा गया है, लेकिन अब भी कई पीड़ित अपने पैसे की वापसी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। पुलिस का कहना है कि ठगी करने वाले गिरोह आमतौर पर गरीब परिवारों को निशाना बनाते हैं और पासपोर्ट, जमीन, जेवर गिरवी रखवाकर मोटी रकम हड़प लेते हैं। रुपए वापस मांगने पर कई बार पीड़ितों को धमकाया भी जाता है।
इस तरह की ठगी से कैसे बचें: पुलिस की सलाह
- किसी भी व्यक्ति या एजेंसी से विदेश भेजने की बात हो तो पहले उसका सत्यापन करवाएं।
- पासपोर्ट, पहचान पत्र या संपत्ति के दस्तावेज बिना कानूनी परामर्श के न दें।
- ठगी की आशंका हो तो तुरंत नजदीकी थाने या साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें।