
बड़ौत (बागपत)| उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में रविवार को एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई, जिसने न सिर्फ एक परिवार को उजाड़ा, बल्कि समाज को भी झकझोर दिया। जिले के बड़ौत कस्बे में एक आशा वर्कर की अर्धनग्न हालत में लाश एक बोरे में बंद मिली है। पुलिस ने इस जघन्य हत्या के मामले में महिला के मौसेरे देवर को गिरफ्तार किया है, जिसने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया है।
निर्माणाधीन मकान में मिला शव, सिर पर हथौड़े से हमला
रविवार रात बड़ौत में पूर्वी यमुना नहर के पास एक निर्माणाधीन मकान से महिला का शव बोरे में मिला। शव की स्थिति बेहद दर्दनाक थी—अर्धनग्न अवस्था में पड़े शव पर सिर में गहरे घाव थे। प्रारंभिक जांच में गोली से हत्या की आशंका जताई गई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि महिला के सिर पर भारी हथियार (हथौड़ा) से कम से कम तीन वार किए गए थे, जिससे उसकी मौत हुई।
2003 से था परिचय, रुपये को लेकर हुआ विवाद
पुलिस ने जब मामले की तह में जाना शुरू किया, तो महिला के पति ने शक के आधार पर अपने मौसेरे भाई भूपेंद्र का नाम लिया। भूपेंद्र को शामली जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह और आशा वर्कर पिछले कई वर्षों से संपर्क में थे और उसका संबंध 2003 से चला आ रहा था। शनिवार को उसने आशा वर्कर को अपने निर्माणाधीन मकान पर बुलाया था। वहां महिला ने भूपेंद्र से एक लाख रुपये की मांग की, जिसे देने से उसने इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच विवाद हुआ और महिला ने भूपेंद्र को थप्पड़ मार दिया। गुस्से में उसने पास रखा हथौड़ा उठाया और महिला के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
नहर में फेंकने वाला था शव, पुलिस ने समय रहते पकड़ा
हत्या के बाद भूपेंद्र ने शव को बोरे में बंद कर रखा और मकान का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। उसकी योजना थी कि रात में शव को पूर्वी यमुना नहर में फेंक देगा, लेकिन इससे पहले ही महिला के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। पुलिस जब जांच करते हुए भूपेंद्र के निर्माणाधीन मकान तक पहुंची तो दरवाजा बाहर से बंद मिला। जेसीबी की मदद से दरवाजा तोड़ा गया, जिसके बाद अंदर बोरे में बंद महिला का शव मिला।
सीसीटीवी से मिला सुराग
जांच के दौरान पुलिस को उस दुकान का सीसीटीवी फुटेज भी मिला, जहां आशा वर्कर शनिवार दोपहर करीब 3 बजे खल (पशुओं के चारे) खरीदने पहुंची थी। वहीं उसने दुकानदार से कहा था कि वह अपने मौसेरे देवर से रुपये लेने जा रही है और खल को घर भिजवा दे।
दुष्कर्म की आशंका, सैंपल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए
महिला के परिजनों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की आशंका भी जताई थी। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन नैतिक व चिकित्सीय संदेह के चलते फॉरेंसिक सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं।
पुलिस की पुष्टि, अभियुक्त के खिलाफ कठोर कार्रवाई
इस मामले पर एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसका आपराधिक इकबाल मिला है। उस पर हत्या की धारा में मामला दर्ज कर लिया गया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद यदि दुष्कर्म की पुष्टि होती है, तो बलात्कार व महिला के शीलभंग से संबंधित धाराएं भी जोड़ी जाएंगी। यह मामला न सिर्फ कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा की गंभीर चुनौती को दर्शाता है, बल्कि यह भी याद दिलाता है कि पारिवारिक और व्यक्तिगत संबंधों में छुपी हिंसा कितनी क्रूर और अकल्पनीय हो सकती है।