
कोटद्वार | उत्तराखंड में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कोटद्वार-नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग (हाईवे 119) पर सोमवार को दो जगहों पर सड़क ध्वस्त हो गई, जिससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। इससे दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोटद्वार से नजीबाबाद के बीच हाईवे टूटने के कारण घंटों तक लंबा जाम लग गया और दर्जनों वाहन बीच रास्ते में फंसे रहे।
बरसाती नाले में उफान से टूटा वैकल्पिक मार्ग
खैरा ढाबा के पास निर्माणाधीन पुल के नीचे बनाए गए वैकल्पिक मार्ग को सोमवार सुबह बरसाती नाले के तेज बहाव ने पूरी तरह बहा दिया। इससे पहले रविवार को ही सुखरो पुल और जाफराबाद पुलिस चौकी के बीच मार्ग कटने से यातायात बाधित हुआ था। सोमवार को हालात और गंभीर हो गए जब लगभग पांच-छह किलोमीटर के अंतर पर दो स्थानों पर सड़क ध्वस्त हो गई।
प्रभावित क्षेत्र और फंसे वाहन
हाईवे ध्वस्त होने से कोटद्वार-नजीबाबाद मार्ग पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। दर्जनों वाहन फंसे रहे। मौके पर बचाव दल, पुलिस, और जेसीबी मशीनें मौजूद रहीं, लेकिन नाले के तेज बहाव के कारण राहत कार्यों में कठिनाई आ रही थी। वैकल्पिक मार्ग बनाना तत्काल संभव नहीं हो पाया।
बस सेवा पर पड़ा असर
सड़क बंद होने से कोटद्वार रोडवेज डिपो से चलने वाली बसें पूरी तरह ठप हो गईं। नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, जयपुर, पटियाला, चंडीगढ़ और अमृतसर के लिए रवाना होने वाली बसें सुबह 10:30 बजे से शाम तक अड्डे पर ही खड़ी रहीं। केवल तड़के कोटद्वार से दिल्ली के लिए रवाना हुई पांच बसें ही सुरक्षित निकल सकीं। डिपो के एआरएम अनुराग पुरोहित स्वयं स्थिति की निगरानी में लगे रहे।
वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग तय
कोटद्वार पुलिस ने यातायात को सुचारू करने के लिए विभिन्न मार्गों पर डायवर्जन लागू किया:
- हरिद्वार और देहरादून जाने वाले वाहन: वाया दुगड्डा – यमकेश्वर – लक्ष्मण झूला
- बिजनौर, मेरठ, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब और हरियाणा की ओर जाने वाले वाहन: वाया दिल्ली फार्म – लालवाला
यातायात निरीक्षक संदीप तोमर के अनुसार, भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोकी गई है। केवल हल्के वाहन वैकल्पिक मार्गों से भेजे जा रहे हैं। कोटद्वार-नजीबाबाद मार्ग पर बारिश से सड़क ध्वस्त होना इस क्षेत्र में मानसून की त्रासदी का गंभीर उदाहरण है। इससे न केवल आम जनता को असुविधा हुई है, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी आपात स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। जब तक सड़क की मरम्मत नहीं होती, तब तक यात्रियों को सावधानी और धैर्य से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील की जा रही है।