
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। राज्य के विभिन्न जिलों में मलबा आने से 33 सड़कों पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है, जबकि आठ जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। स्थिति को देखते हुए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी संबंधित जिलों को सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
33 मार्ग बंद, राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी रुकावट
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ से आगे पिनोला घाट के पास मलबा आने से बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत आने वाले 24 मार्ग और लोक निर्माण विभाग के 6 मार्ग भी बंद हैं। ये बाधाएं पर्वतीय क्षेत्रों में बसे लोगों के लिए अत्यंत असुविधाजनक हो गई हैं, जिससे न केवल आवागमन बल्कि आपूर्ति श्रृंखला भी प्रभावित हो रही है।
8 जिलों में बाढ़ का खतरा, ऑरेंज अलर्ट जारी
मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज द्वारा उत्तराखंड के आठ जिलों – टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, देहरादून, नैनीताल, चंपावत, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ – में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। इसके तहत भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन जैसी घटनाओं की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने देहरादून, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और नैनीताल में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है, जिसका अर्थ है कि इन क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है। शेष जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
देहरादून में तापमान गिरा, मौसम सुहावना
लगातार हो रही बारिश से देहरादून के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को अधिकतम तापमान में 6.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानी रोहित थपलियाल के अनुसार, शहर में 1.3 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई और यह सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। इससे लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन साथ ही बाढ़ और भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है।
प्रशासन की अपील और तैयारी
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने प्रभावित जिलों को अलर्ट पर रखा है और स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि संवेदनशील इलाकों में निगरानी, राहत और बचाव टीमों की तैनाती की जाए। आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचें और सरकारी चेतावनियों का पालन करें।