
उत्तराखंड के हरिद्वार-नजीबाबाद हाईवे पर मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे ने हड़कंप मचा दिया। रासियबढ़ के पास एक कंटेनर और ट्रक की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई, जिसमें कंटेनर चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ट्रक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। टक्कर के बाद दोनों भारी वाहन हाईवे पर ही खड़े रह गए, जिससे करीब 35 किलोमीटर लंबा जाम लग गया और यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
टक्कर इतनी जबरदस्त कि ट्रक चकनाचूर, कंटेनर सड़क से नीचे उतरा
मंगलवार रात हुई इस दुर्घटना में कंटेनर और ट्रक आमने-सामने से टकरा गए। टक्कर इतनी भयानक थी कि ट्रक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और कंटेनर हाईवे से नीचे उतर गया। हादसे में कंटेनर चालक अमिर हसन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ट्रक ड्राइवर को गंभीर चोटें आईं। उसे तत्काल एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया।
श्यामपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संभाली स्थिति
घटना की सूचना मिलते ही श्यामपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को मोर्चरी भेजा और घायल को अस्पताल में भर्ती कराया। दुर्घटनास्थल से वाहनों को हटाने के प्रयास शुरू कर दिए गए, लेकिन दोनों बड़े वाहनों के बीच सड़क जाम हो गया और लंबी कतारें लग गईं।
श्रद्धालुओं की मुसीबतें बढ़ीं, कुछ को पैदल गांव लौटना पड़ा
हाईवे बाधित होने के कारण नजीबाबाद, बिजनौर, मुरादाबाद, धामपुर और नगीना की ओर जा रहे हजारों श्रद्धालु जाम में फंस गए। कई लोग अपने वाहनों से उतरकर हाईवे किनारे तिरपाल बिछाकर बैठ गए। पुलिस ने चंडीघाट चौक से रूट डायवर्ट कर लक्सर रोड होते हुए वाहनों को आगे भेजा, लेकिन कई श्रद्धालुओं को अपने गांव तक पैदल चलना पड़ा।
प्रशासन की मुस्तैदी, लेकिन यात्री बेहाल
हादसे के बाद प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं और हाईवे को खुलवाने का काम जारी है। लेकिन तब तक यात्री गर्मी, धूप और असुविधा से जूझते रहे। इस भीषण जाम ने दिखा दिया कि भारी वाहनों की दुर्घटनाओं से न केवल जिंदगियां जाती हैं, बल्कि हजारों लोगों की दिनचर्या और यात्रा पर भी असर पड़ता है।
क्या है आगे की चुनौती
अब सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हाईवे से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाकर यातायात सामान्य किया जाए। साथ ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए भारी वाहनों की गति पर निगरानी, रात्रि यातायात नियंत्रण और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए।