
उत्तराखंड में भाजपा के वरिष्ठ नेता और ज्वालापुर से पूर्व विधायक सुरेश राठौर इन दिनों अपनी दूसरी शादी को लेकर विवादों में हैं। पार्टी द्वारा उन्हें अनुशासनहीनता का नोटिस भेजे जाने के बाद राठौर ने मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को अपना जवाब सौंप दिया। अब भाजपा अनुशासन समिति इस मामले पर निर्णय लेगी। पूर्व विधायक राठौर पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पहली पत्नी और परिवार के रहते हुए एक महिला से प्रेम संबंध बनाए और फिर विवाह कर लिया। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो और खबरें वायरल हुईं, जिनमें भाजपा सरकार द्वारा लागू की जा रही समान नागरिक संहिता (UCC) की सार्वजनिक अवहेलना का आरोप भी उन पर लगाया गया।
पार्टी ने राठौर के आचरण को अमर्यादित और संगठन की छवि को धूमिल करने वाला माना है। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि पार्टी ने पूर्व विधायक को उनके सार्वजनिक आचरण को अनुशासनहीनता मानते हुए कारण बताओ नोटिस भेजा था। मंगलवार को सुरेश राठौर ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से उनके देहरादून स्थित यमुना कॉलोनी स्थित सरकारी आवास पर मुलाकात की और लिखित रूप में अपना पक्ष प्रस्तुत किया। इस दौरान उन्होंने अपनी व्यक्तिगत स्थिति और विवाद से जुड़े तथ्यों को स्पष्ट करने की कोशिश की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि किसी भी नेता का अभद्र, अश्लील, असामाजिक या अमर्यादित आचरण पार्टी के लिए अस्वीकार्य है, चाहे वह कितना ही वरिष्ठ क्यों न हो। उन्होंने बताया कि राठौर से जवाब प्राप्त हो गया है और अब पार्टी की अनुशासन समिति इस पर गंभीरता से विचार करेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस मामले में उचित निर्णय लिया जाएगा। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भाजपा उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को लेकर गंभीर प्रयास कर रही है और इसे अपनी उपलब्धियों में गिनाती रही है। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेता द्वारा निजी जीवन में नियमों की अवहेलना को विपक्ष ने मुद्दा बनाकर भाजपा पर निशाना साधा है।
अब सबकी नजरें पार्टी के आगामी फैसले पर टिकी हैं, जो यह तय करेगा कि भाजपा अपने ही नेता के मामले में कितनी सख्ती बरतती है और ‘एक राष्ट्र, एक कानून’ के सिद्धांत पर कितनी दृढ़ है।