
मुरैना, मध्यप्रदेश | 18 जून 2025 – मध्यप्रदेश के मुरैना जिले से एक दिल दहला देने वाली ऑनर किलिंग की घटना सामने आई है। समाज की ‘इज्जत’ की आड़ में एक दादा ने अपनी ही पोती मलिश्का को गोली मारकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। घटना बदरपुरा गांव की है, जो बागचीनी थाना क्षेत्र में आता है।
📌 क्या है मामला:
मलिश्का का अपने चाचा के साले से रिश्ता तय था — जो परिवार को स्वीकार्य था। लेकिन बाद में उसका प्रेम प्रसंग गांव के ही दूसरे समाज के युवक से शुरू हो गया। परिवार को जब इस रिश्ते की जानकारी हुई, तो इसे “बदनामी” मानते हुए विरोध शुरू हुआ।
समाज की नज़र में ‘इज्जत’ बचाने के नाम पर दादा सिरनाम सिंह ने खौफनाक फैसला लिया।
🩸 हत्या की साजिश:
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17 जून की रात करीब 9:30 बजे सिरनाम मलिश्का को गांव के बाहर मुख्य सड़क पर बने प्रतीक्षालय तक ले गया।
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उसने कट्टा निकालकर सिर और गर्दन के पास से तीन गोलियां दागीं।
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मलिश्का की मौके पर ही मौत हो गई।
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सिरनाम घर लौट आया, लेकिन गांव के एक व्यक्ति ने उसे भागते देखा और पुलिस को सूचना दे दी।
🚨 झूठी कहानी गढ़ी गई:
हत्या के बाद दादा सिरनाम ने पुलिस को बताया कि गांव के भीकम नामक व्यक्ति से चल रहे जमीन विवाद में उसकी पोती को मार दिया गया है।
वहीं, मलिश्का का पिता लाखन सिंह थाने में बैठकर बार-बार बयान बदलता रहा, जिससे पुलिस को शक हुआ।
जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो लाखन टूट गया और सच्चाई सामने आ गई — कि मलिश्का की हत्या जमीन विवाद में नहीं, बल्कि ऑनर किलिंग के तहत परिवार ने ही की है।
🔐 आरोपी गिरफ्तार:
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सिरनाम सिंह (दादा) को मुख्य आरोपी के रूप में हिरासत में लिया गया है।
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अन्य परिवारजनों से भी पूछताछ चल रही है, जिन्होंने झूठी कहानी में साथ दिया।
📢 पृष्ठभूमि में समाज की क्रूरता
चंबल क्षेत्र में यह पहली बार नहीं हुआ है। यहां ‘इज्जत’ के नाम पर बेटियों की हत्याएं होती रही हैं। प्रेम करना या अपने जीवन का चुनाव करना अभी भी परिवार और समाज की प्रतिष्ठा के लिए कलंक माना जाता है।
👉 यह घटना केवल एक हत्या नहीं, यह उस मानसिकता की परतें खोलती है, जो आज भी महिलाओं को अपने निर्णय का अधिकार नहीं देती। प्रेम की सज़ा मौत — यह आज के भारत के उस ग्रामीण यथार्थ की तस्वीर है, जिसे बदलना अभी बाकी है।