
भोपाल, 16 जून 2025 — मध्य प्रदेश में बढ़ते लव जिहाद और साइबर अपराध के मामलों को देखते हुए राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय ने छात्राओं और महिलाओं के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया गया है कि कैसे अपराधी सोशल मीडिया के ज़रिए युवतियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर उन्हें नशे, यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का शिकार बना रहे हैं।
कैसे बनाते हैं शिकार:
अपराधी स्कूल, कॉलेज या कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाली छात्राओं से सोशल मीडिया पर दोस्ती करते हैं। वे खुद को अमीर और फैशनेबल दिखाते हैं — महंगे मोबाइल, कार और दिखावटी लाइफस्टाइल के ज़रिए लड़कियों को आकर्षित करते हैं। कई बार इनके साथ महिलाओं की भी भूमिका होती है जो पीड़ित का भरोसा जीतने में मदद करती हैं।
अपराध की प्रक्रिया:
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लड़कियों को पब, होटल या ढाबों में ले जाकर नशे का आदी बनाया जाता है।
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नशे की हालत में यौन शोषण किया जाता है।
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गुप्त कैमरों से वीडियो रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेल किया जाता है।
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दूसरी लड़कियों को फंसाने का दबाव बनाया जाता है।
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कई मामलों में शादी, धर्मांतरण और देह व्यापार के लिए मजबूर किया जाता है।
साइबर पुलिस की सलाह:
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मोबाइल में आपत्तिजनक फोटो/वीडियो न रखें।
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अनजान लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें।
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लग्जरी लाइफस्टाइल के झांसे में न आएं।
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ऑनलाइन दोस्त से अकेले मिलने से बचें।
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किसी भी घटना की तुरंत सूचना 1930 नंबर पर या थाने में दें।
साइबर पुलिस ने कहा है कि यदि कोई छात्रा या महिला ब्लैकमेलिंग या शोषण का शिकार हो, तो डरने की बजाय तुरंत शिकायत करें। समय पर दी गई जानकारी से बड़े अपराध रोके जा सकते हैं।