
ऋषिकेश। मुनिकीरेती थाना के अंतर्गत सच्चा धाम घाट के समीप पांच दोस्त नहाते हुए गंगा के तेज बहाव की चपेट में बह गए। बोट संचालकों की मदद से चार को बमुश्किल बचा लिया गया, लेकिन हरियाणा निवासी एक युवक का पता नहीं चल सका है। एसडीआरएफ युवक की तलाश के लिए सर्च अभियान चला रही है। पुलिस के अनुसार, घटना शनिवार शाम 3.30 बजे की है।
सच्चा धाम आश्रम के समीप घाट पर नरोत्तम (20) पुत्र दुष्यंत निवासी ग्राम खैरा थाना महेंद्रगढ़, जिला-महेंद्रगढ़ हरियाणा, पीयूष पुत्र धर्मेंद्र निवासी ग्राम-खायरा थाना-महेंद्रगढ़ जिला-महेंद्रगढ़, आयुष पुत्र सुरेंद्र कुमार निवासी कंकरखेड़ा सैनिक विहार थाना कंकरखेड़ा मेरठ उत्तर प्रदेश, आदित्य पुत्र जयसिंह निवासी पिलानी जिला-झुंझुनू राजस्थान व आर्यन पुत्र वीर सिंह निवासी चिडावा ओजटू, जिला-झुंझुनू राजस्थान गंगा नदी में नहा रहे थे।
इस दौरान पांचों युवक गंगा के तेज बहाव की चपेट में आ गए। आसपास के लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर कुछ दूरी पर मौजूद बोट संचालक अंकुर कुकरेजा की नजर डूब रहे युवकों पर पड़ी। उन्होंने बोट कर्मियों को स्पीड बोट में रेस्क्यू करने को भेजा। एसडीआरएफ ढालवाला निरीक्षक कवींद्र सजवाण ने बताया कि पीयूष, आयुष, आदित्य, आर्यन को बचा लिया गया है। नरोत्तम का पता नहीं चल सका है। एसडीआरएफ की ओर से देरशाम तक सर्च अभियान चलाया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार को सुबह से दोबारा सर्च अभियान शुरू किया जाएगा। नरोत्तम के स्वजनों को सूचित कर दिया गया है। रेस्क्यू बोट टीम में बोट कर्मी अनिल बंसल, अजीत साहनी, विशाल धीमान, रिंकू आगरी आदि शामिल थे।
मुनिकीरेती, स्वर्गाश्रम क्षेत्र में बोट कर्मी गंगा में डूब रहे लोगों के लिए फरिश्ता बनते नजर आ रहे हैं। बीते दस दिनों में बोट कर्मियों ने छह पर्यटकों को बचाया है। बीती 20 मार्च को लक्ष्मणझूला स्थित संत सेवा आश्रम के समीप गंगा घाट में दो युवक डूब रहे थे। बोट कर्मियों ने रेस्क्यू कर दोनों युवकों को सकुशल बचाया। अब शनिवार को बोट कर्मी डूब रहे पांच में से चार युवकों को बचाने में सफल रहे।