देहरादून। भाजपा के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के नए विवाद ने पार्टी को एक फिर असहज कर दिया है। खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार से शुरू हुई चैंपियन की जुबानी जंग गोलीबारी तक जा पहुंची। इस पूरी घटना से भाजपा और उसकी सरकार की छवि को धक्का लगा है। घटना से नाराज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
भट्ट का कहना है कि हरिद्वार में ऐसे लोगों द्वारा खराब माहौल बन रहा है, जिन पर जनता का विश्वास है। कानून को हाथों में लेना और उसकी खिल्ली उड़ाना एक जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता। प्रदेश में कानून व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए मैंने मुख्यमंत्री से सख्त से सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया। पार्टी अपने किसी भी जनप्रतिनिधि को कानून हाथों में लेने की इजाजत नहीं देगी।
पार्टी चैंपियन पर क्या कार्रवाई करने जा रही है, इस पर अभी पत्ते नहीं खोले हैं। प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी का कहना है कि अभी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की तैयारियों में व्यस्त है। इसके बाद इस मामले को देखेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, चैंपियन को ताजा विवाद में कारण बताओ नोटिस जारी होगा। यदि पार्टी उनके जवाब संतुष्ट नहीं होगी तो उनके खिलाफ निलंबन या निष्कासन की कार्रवाई हो सकती है।
अनुशासन तोड़ने में कुंवर प्रणव चैंपियन का पुराना ट्रैक रिकॉर्ड है। वर्ष-2013 में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के आवास पर डिनर पार्टी में उन्होंने डांस करते समय अचानक गोली चला दी थी। इसमें राज्य आंदोलनकारी विवेकानंद खंडूड़ी जख्मी हो गए थे। वर्ष-2015 में भी चैंपियन पर हरिद्वार के पथरी में खनन को लेकर स्थानीय ग्रामीणों पर गोली चलाने का आरोप लगा था। वर्ष-2018 में अपनी ही पार्टी के विधायक देशराज कर्णवाल का विवाद भी पार्टी मुख्यालय तक पहुंचा।
पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। वर्ष-2019 में चैंपियन दिल्ली के उत्तराखंड सदन में टीवी चैनल के पत्रकार को थप्पड़ मारने के आरोप के कारण पर पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई के के दायरे में आए थे। उन्हें पार्टी ने करीब छह महीने के लिए निलंबित किया था। बाद में प्रदेश अध्यक्ष से माफी मांगने के बाद उनका निलंबन बहाल हुआ था। चैंपियन के दबंग और अराज व्यवहार के चलते पार्टी ने 2022 में उनकी पत्नी को उम्मीदवार बनाया था।