देहरादून। कुमाऊं ज्वैलर्स के मालिक के बेटे पर बुधवार रात बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी। हमले में व्यापारी बाल-बाल बच गया। उस वक्त तो बदमाश भाग गए, बाद में फिर टोह लेने आए तो पुलिस ने पीछा किया मगर बदमाश पकड़ में नहीं आए। कुमाऊं ज्वैलर्स के स्वामी रामशरण वर्मा के बेटे राजीव वर्मा बुधवार रात तिकोनिया के पास स्थित दुकान बंद कर करीब 10 बजे घर पहुंचे।
घर के बाहर कार खड़ी कर वह उतरने ही जा रहे थे कि पीछे से बाइक से आए दो बदमाशों में से एक ने उन पर फायर झोंक दिया। पर वो बाल बाल बच गए। हालांकि उनकी कार का शीशा टूट गया। गोली की आवाज सुनकर परिवारजन घर से बाहर निकल आए और राजीव को भीतर ले गए, उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी। कुछ ही देर में पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंच गए।
पुलिस के सामने ही राजीव के मोबाइल पर पहले वहाट्सएप कॉल आई। कॉलर ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम से धमकी दी। थोड़ी ही देर बाद दोबारा कॉल आई। इस बार कॉल करने वाला दूसरा व्यक्ति था। उसने हमलावर युवक का नाम लेते हुए कहा कहा कि तू उसके पिता को परेशान करता है। बता मामले को कैसे निपटाना है।
इधर, पुलिस अफसर फोर्स को सुरक्षा को लेकर ब्रीफ़ कर ही रहे थे कि एक बाइक पर सवार तीन युवक वहां से गुजरे। राजीव ने उन्हें पहचान लिया और शोर मचाया। राजीव के अनुसार इनमें से दो युवक वही थे जो पहले हमला करने आए थे। इस पर पुलिस ने बाइक का पीछा करना शुरू किया, लेकिन बदमाश पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहे।
पीछा करने के दौरान आरोपी बाइक छोड़कर फरार हो गए। गाड़ी को कब्जे में लेकर इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। व्यापारी के घर पर सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। शहर में नाकाबंदी कर बदमाशों की तलाश की जा रही है। सराफा कारोबारी राजीव वर्मा से बदमाश पहले भी रंगदारी की मांग कर चुके थे। दो दिन पहले राजीव ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। यही नहीं राजीव के भाई को भी काशीपुर स्थित दुकान में जाकर धमकाने और रंगदारी मांगने की बात सामने आई है।
इसी सप्ताह काशीपुर में दो व्यापारियों से लॉरेंस बिश्नोई के नाम से 50-50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग के मामले सामने आए थे। अब हल्द्वानी के बड़े सर्राफा कारोबारी पर कुमाऊं ज्वैलर्स के स्वामी रामशरण वर्मा के बेटे पर जानलेवा हमले की कोशिश की गई है। उन्हीं के घर के सामने बदमाशों ने खुलेआम फायरिंग कर दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
राजीव के छोटे भाई संजीव वर्मा का कहना है कि आरोपी मनोज अधिकारी ने कुछ दिन पहले उन्हें भी फोन करके कई बार धमकी दी और कभी एक करोड़ तो कभी पचास लाख रुपये की रंगदारी की मांग की। राजीव ने दो दिन पहले ही रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया कि उनके एक भाई और हैं जो प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। कुछ दिन पहले उनकी दुकान के अंदर आरोपी अपने दो साथियों के साथ पहुंचा और असलहे मेज पर रखकर धमकी दी थी।