
मंदिर समिति ने शुरू कर दी तैयारियां
कपाट बंद होने का समय व प्रस्थान की तिथि भी इसी दिन निश्चित करने की परंपरा है। इसका लेकर बदरी-केदार मंदिर समिति की ओर तैयारियां शुरू कर ली हैं।
रुद्रप्रयाग। शीतकाल के लिए विश्व प्रसिद्ध भगवान केदानाथ धाम के कपाट बंद होने की औपचारिक घोषणा विजयदशमी को होगी। जबकि द्वितीय केदार मध्येश्वर व तृतीय तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि भी विजयदशमी पर्व पर तय की जाएगी। शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में बाबा केदार की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली के दर्शन करते हैं। यहीं छह माह बाबा केदार की पूजा होती है।
प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर केदारनाथ और बैशाखी पर द्वितीय केदार मध्येश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने की घोषणा होती है। जबकि पौराणिक परंपराओं के अनुसार भगवान केदारनाथ के कपाट भैयादूज पर्व पर बंद होते हैं, लेकिन इसकी विधिवत घोषणा विजयदशमी को की जाती है। कपाट बंद होने का समय, डोली के प्रस्थान का समय तय किया जाएगा। विजयदशमी पांच अक्टूबर को पंचाग गणना के अनुसार पंचगद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ के कपाट बंद करने की तिथि की औपचारिक तिथि घोषित की जाएगी।
द्वितीय केदार की तिथि पंच गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ एवं तृतीय केदार की मार्केडेय मंदिर मक्कूमठ में पंचाग गणना के अनुसार ब्राह्मण, वेदपाठी एवं बदरी-केदार मंदिर समिति के अधिकारी व कर्मचारियों की मौजूदगी में तय होगी। इसमें मंदिरों के कपाट बंद होने का समय व तिथि निश्चित की जाएगी। मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने बताया कि विजयदशमी पर्व पर द्वितीय व तृतीय केदार की तिथि निश्चित की जाएगी।