पर्यटकों की सुरक्षा के लिए भी सरकार ने कदम बढ़ाये हैं और जगह-जगह चिकित्सालयों तथा चिकित्सीय सुविधाओं को बढ़ाया है।
नितिन अहूजा
देवभूमि उत्तराखण्ड में अनेक पर्यटक स्थल और धार्मिक स्थल हैं। पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है, जिससे उत्तराखण्ड सरकार के राजस्व में भी बढ़ावा होता है और पर्यटकों को घूमने से राहत भी मिलती है। आंकड़ों की ओर देखें तो पिछले कुछ सालों में लगातार अलग-अलग वजहों के चलते चारधाम की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों की मौत की घटनाएं बढ़ी हैं। जिसके बाद अब मानव उत्थान सेवा समिति के सहयोग से मंदिर समिति तीर्थयात्रियों को बीमा की सुविधा देने की घोषण की गयी है।
उत्तराखण्ड को दो मण्डलों के अंतर्गत रखा गया है। जिसमें कुमाऊं मण्डल और गढ़वाल मण्डल में अनेक तीर्थस्थल, धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थल आते हैं। यहां प्रदेश अथवा देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटकों का आवागमन होता है। उत्तराखंड सरकार की ओर से पहली बार चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को बीमा कवर दिया जाएगा। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री परिसर में यदि किसी तीर्थयात्री की दुर्घटना में आकस्मिक मौत होती है, तो मानव उत्थान सेवा समिति के सहयोग से मंदिर समिति बीमा की सुविधा देगी।
इस राशि का भुगतान यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से किया जाएगा। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मानव उत्थान सेवा समिति के संस्थापक एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का आभार जताते हुए ट्वीट किया है। साथ ही बीमा कवर की भी जानकारी दी है.
चारधाम यात्रा में जाने वाले तीर्थयात्रियों को मिलेगा 1 लाख का बीमा कवर
उत्तराखण्ड सरकार भी पर्यटन और तीर्थाटन को लेकर चिंतित है और पर्यटकों के लिए सुविधाओं को जोड़ने में तत्पर है। क्योंकि हिन्दूओं का पवित्र चारधाम तीर्थ स्थल होने की वजह से बद्ररीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में हर-साल लाखों की संख्या में तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंचते हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड पहाड़ियों से भरा राज्य है, यहां पिछले कुछ सालों में लगातार अलग-अलग वजहों के चलते तीर्थयात्रियों की मौत की घटनाएं बढ़ी हैं।
जैसा कि साल 2017 में 112, 2018 में 102 और 2019 में 90 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इस साल भी यात्रा शुरू होने के एक महीने में लगभग 100 से ज्यादा तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जिसे देखते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने ये बड़ा फैसला लिया है। बहरहाल, सरकारी तौर पर पर्यटकों के लिए अनेक सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की गयी है। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए भी सरकार ने कदम बढ़ाये हैं और जगह-जगह चिकित्सालयों तथा चिकित्सीय सुविधाओं को बढ़ाया है।