
उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे पर बड़ा भू-धंसाव हुआ है। शुक्रवार देर रात हुई भारी बारिश के कारण पाली गाड़ के पास भू-धंसाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है।
हाईवे दोनों ओर से बंद, सैकड़ों श्रद्धालु फंसे
शनिवार सुबह से हाईवे के दोनों ओर सैकड़ों श्रद्धालुओं के वाहन फंसे हुए हैं। यमुनोत्री धाम की यात्रा पर निकले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ यात्री खुले में और कुछ अपने वाहनों में रुके हुए हैं। हाईवे बंद होने से स्थानीय जनजीवन भी प्रभावित हुआ है।
मलबा हटाने को लगाए गए एनएच विभाग के संसाधन
स्थिति को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने मौके पर मशीनें भेजी हैं और मलबा हटाने का काम जारी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द से जल्द रास्ता खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन मौसम की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
अन्य मार्गों की स्थिति भी चिंताजनक
केवल यमुनोत्री हाईवे ही नहीं, राज्य के अन्य प्रमुख मार्गों पर भी बारिश का असर देखने को मिल रहा है।
- ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिरोहबगड़ के पास बंद हो गया है।
- रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे सोनप्रयाग के पास अवरुद्ध है।
- बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी के नजदीक भनेरपानी में मलबा आने से बाधित है।
इन मार्गों पर भी यात्रा वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, और यात्री मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट: अगले कई दिन बारिश जारी रहेगी
मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून और नैनीताल के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट और बागेश्वर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, तीन जुलाई तक पूरे उत्तराखंड में गरज-चमक और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
प्रशासन व यात्रियों से अपील
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें और आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें। स्थानीय प्रशासन और एनएच विभाग लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। यह घटनाक्रम बताता है कि मानसून के दौरान उत्तराखंड के पर्वतीय मार्गों पर यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।