नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को नेताजी सुभाष प्लेस में अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान दिल्ली निवासी स्वप्न (36), शांतनु (39), विरेंद्र (38) और पंकज (37) के रूप में हुई है। कॉल सेंटर में काम करने वाले 20 युवक-युवतियों को भी हिरासत में लिया गया है।
आरोपी अमेरिकी नागरिकों को सस्ता एयर टिकट दिलाने के नाम पर आरोपी रहे थे। इनके पास से 18 कंप्यूटर, चार मोबाइल, लैपटॉप, राउटर और अन्य सामान बरामद किया गया है। आरोपियों ने फर्जी ट्रैवल एजेंसी खोली हुई थी। अमेरिका में मौजूद साथी के खाते में ठगी की रकम भेजी जाती थी। यहां से वह रकम को निकालकर आरोपियों को भेज देता था।
अपराध शाखा की टीम पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इन लोगों ने कितने विदेशियों को ठगा है। अपराध शाखा के विशेष आयुक्त रविंद्र सिंह यादव के अनुसार, टीम को सूचना मिली कि नेताजी सुभाष प्लेस में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है।
यहां फर्जी ट्रैवल एजेंसी के नाम से सस्ता एयर टिकट दिलाने की बात कर अमेरिका के नागरिकों से मोटी रकम ठगी जा रही है। जानकारी जुटाने के बाद टीम ने छापा मारकर चारों आरोपियों को दबोच लिया। इनके पास से भारी मात्रा में सामान बरामद हुआ। कई वर्षों से गिरोह वारदात अंजाम दे रहा था।
आरोपियों ने खुलासा किया है कि चारों कॉल सेंटर में साझेदार हैं। पांचवां साथी रोहित दास अमेरिका में मौजूद है। आरोपियों ने ट्रैवल वेबसाइट बनाकर एजेंसी को गूगल सर्च इंजन पर टॉप में दिखाने का इंतजाम कर रखा था। जैसे ही कोई विदेशी टिकट के लिए गूगल पर जाता था तो इनकी वेबसाइट सबसे पहले खुलती थी।
वेबसाइट पर दिए गए टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर आरोपी खाते की जानकारी जुटाकर हर टिकट पर 100 से 200 डॉलर ज्यादा लेते थे। इस रकम को फौरन अमेरिका में मौजूद रोहित के खाते में भेज दिया जाता था। इसके बाद रोहित सभी का हिस्सा भारत में भेज देता था।
डीयू से स्नातक स्वप्न चार सालों से फर्जीवाड़ा कर रहा है। पहले वह गुरुग्राम के कॉल सेंटर में काम करता था। पंकज बेंगलूरू के कॉलेज से स्नातक है। इसने भी गुरुग्राम के कॉल सेंटर में कई साल काम किया है। विरेंद्र डीयू व शांतनु आईपी विश्वविद्यालय से स्नातक है।