देहरादून। उत्तराखंड में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है। उत्तराखंड में मानसून आने का सामान्य समय 20 से 21 जून है। एक सप्ताह की देरी से केरल में प्रवेश करने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून 25 जून तक किसी भी समय उत्तराखंड में प्रवेश कर सकता है। मानसून के आगमन के बीच उत्तराखंड में भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की गई।
मानसून में हजारों पर्यटक उत्तराखंड पहुंचते हैं और पहाड़ों में पहुंच जाते हैं। लेकिन पहाड़ों पर हो रही बारिश जितनी हसीन लगती है वह उतनी ही खतरनाक भी साबित हो सकती है। उत्तराखंड में मानसून के समय लैंड स्लाइड और बादल फटने की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं। ऐसे में अगर आप भी उत्तराखंड की इन जगहों पर मानसून में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो जरा एक बार यह खबर पढ़ लें…
अल्मोड़ा बेहद ही खूबसूरत और शांत शहर है। यहां रोजाना हजारों सैलानी प्राकृतिक वातावरण के बीच समय गुजारने के लिए पहुंचते हैं। आप यहां जीरो प्वॉइंट, जागेश्वर, कटारमल सूर्य मंदिर, कसार देवी, चितई मंदिर, बिनसर, दूनागिरी, द्वाराहाट, रानीखेत जा सकते हैं। लेकिन अगर आप बारिश के मौसम में यहां घूमने का प्लान बना रहे हैं तो जरा रुक जाइए। बारिश के मौसम में यहां कभी भी लैंड स्लाइड हो सकता है और आपको समस्या हो सकती है।
बारिश के मौसम में मसूरी जाना भी रिस्की हो सकता है। क्योंकि यह भी पहाड़ी रास्ता है और बारिश में यहां लैंड स्लाइड होने का खतरा बना रहता है। इसलिए बारिश में मसूरी जाने से थोड़ा परहेज करें। बारिश के मौसम में न घूमने वाली जगहों में पिथौरागढ़ भी शामिल है। बारिश के मौसम के बजाय आप सर्दी के मौसम में यहां घूमने पहुंचें। क्योंकि उस दौरान यहां के पर्यटक स्थलों की खूबसूरती चरम पर होती है। बारिश के मौसम में यहां भी लैंड स्लाइड की समस्या होती रहती है।
अगर आप प्रकृति की असली सुंदरता देखना चाहते हैं तो लैंसडौन उत्तराखंड के बेहतरीन हिल स्टेशनों में शामिल है। इतना ही नहीं बारिश के बाद यहां का वातावरण और भी सुहावना हो जाता है। लेकिन बरसात के मौसम में लोग इस जगह पर आने से बचते हैं, क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां भी रास्ता बंद होने का खतरा बना रहता है।
अगर आप चारधाम यात्रा पर जाने का प्लान कर रहे हैं तो मौसम का पूर्वानुमान जरूर लें। क्योंकि चारों धाम उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में स्थित हैं। जहां मानसून में लैंड स्लाइड का भय बना रहता है।