देहरादून। उत्तराखंड के कई इलाकों में मंगलवार दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र नेपाल में था। उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग, चमोली और हल्द्वानी सहित कई इलाकों में हल्के झटके महसूस किए गए हैं। उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी, मनेरी और चिन्यालीसौड़ क्षेत्रों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। कहीं से किसी नुकसान की सूचना नहीं है।
मंगलवार को दोपहर 2.28 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। चंपावत, पंतनगर, भीमताल, बागेश्वर, हल्द्वानी , रुद्रपुर, पहाड़पानी और नैनीताल में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। भूकंप महसूस होते ही लोग घरों और दुकानों से बाहर निकल आए।
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने भूकंप की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि भूकंप की तीव्रता 5.4 रिक्टर स्केल पर रिकार्ड किया गया। दिल्ली एनसीआर में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के तेज झटकों के कारण कुछ सेकेंड तक धरती हिलती रही है। पूरे दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज कई सेकेंड तक महसूस किए गए।
यहां भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई है। दिल्ली में भूकंप के झटकों के साथ यूपी के संभल, मुरादाबाद, अमरोहा और रामपुर में दोपहर करीब 2:30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केन्द्र नेपाल से 12 कि.मी. दूर कालिका बताया जा रहा है। अभी दो दिन पहले रविवार को भारत-नेपाल सीमा पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
भारत-नेपाल सीमा में पिथौरागढ़ जिले के तल्ला जोहार, मुनस्यारी और बंगापानी तहसील क्षेत्र में रविवार सुबह 8:58 बजे 3.8 मैग्नीट्यूट तीव्रता का भूकंप आया था। लगभग तीन सेकेंड तक झटका महसूस किया गया था। जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत ही रामगंगा नदी से लगा क्षेत्र है।
इसकी गहराई 10 किमी थी। भूकंप से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था। बता दें कि उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। उत्तराखंड का ज्यादातर इलाका भूकंप के जोन चार और पांच में आता हैं।