कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के एक बयान को लेकर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अपने बयान की वजह से दिग्विजय सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सुबूत मांगे। अब इसी बहाने भाजपा कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साध रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक संवाददाता सम्मेलन करते हुए राहुल गांधी से कई सवाल पूछे।
अपने बयान में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये देश सेना की शहादत का सबूत नहीं मांगता उनके बलिदान को सलाम करता है। उन्होंने दावा किया कि दिग्विजय सिंह ने जाकिर नाइक को शांति का दूत बनाया था और बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के परिवार से मिले और एनकाउंटर पर सवाल खड़ा किया। भाजपा नेता ने आगे कहा कि भारत की सेना देश की बहुत बड़ी संपत्ति है और हमें भारतीय सेना की परंपरा, उसकी वीरता और बलिदान पर गर्व है।
हमें राजनीति से ऊपर उठकर सेना का सम्मान करना चाहिए। मैं राहुल गांधी से पूछता हूं कि उन्हें सार्वजनिक रूप से यह कहने में सालों क्यों लग गए कि वह सशस्त्र बलों की संस्था का सम्मान करते हैं? तथ्य यह है कि वह वास्तव में नहीं करते है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी, हजारों किलोमीटर साथ चलने के बाद भी आप दिग्विजय सिंह को भारत की सेना का सम्मान करना क्यों नहीं सिखा पाए? वह भी कश्मीर के अंदर, ये बड़े शर्म की बात है। प्रसाद ने कहा कि कल सुभाष चंद्र बोस की जयंती थी, दिल्ली में इतनी बड़ी प्रतिमा नेता जी सुभाष चंद्र बोस की लगी है, क्या कांग्रेस का कोई नेता वहां प्रणाम करने गया? ये कांग्रेसी, सरदार पटेल की प्रतिमा पर भी नहीं गए और नेता जी की प्रतिमा पर भी नहीं गए।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी को अतार्किक और अप्रासंगिक सवाल खड़ा करने के बजाय तथ्यों और आंकड़ों पर बात करनी चाहिए। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में जो समृद्धि आई है, वह अद्वितीय है। दूसरी ओर कांग्रेस की लगातार दिग्विजय सिंह के बयान को उनका निजी विचार बता रही है। राहुल गांधी ने कहा कि जो दिग्विजय सिंह जी ने कहा है उससे मैं बिल्कुल सहमत नहीं हूं, हमारी आर्मी पर हमें पूरा भरोसा है अगर आर्मी कुछ करे तो उन्हें सबूत देने की जरूरत नहीं है। उनका बयान निजी है वो हमारा नहीं है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने पहले भी स्पष्ट किया है कि हम हमारी सेना के साथ हैं। हम हमेशा देश की एकता के लिए काम करते हुए आए हैं, आगे भी वैसे ही करेंगे। देश के लिए सभी एक हैं।