
अयोध्या | वृहस्पतिवार शाम लगभग 7:30 बजे नगर पंचायत भदरसा-भरतकुंड के महाराणा प्रताप वार्ड स्थित पगलाभारी गांव में अचानक एक तेज धमाके की आवाज गूंजी। आवाज इतनी तीव्र थी कि आसपास के गांवों तक इसकी गूंज सुनाई दी। लोग जब बाहर निकले तो देखा कि रामकुमार गुप्त उर्फ पारसनाथ का मकान पूरी तरह ध्वस्त हो चुका था।
रामकुमार के इस मकान में चक्की (आटा मिल) भी संचालित होती थी। धमाके के बाद पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। स्थानीय लोग दौड़कर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। थोड़ी देर में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
राहत और बचाव कार्य
धमाके की सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और जिला अस्पताल अयोध्या भेजा। डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। देर रात तक रेस्क्यू टीम, डॉग स्क्वॉड, बम स्क्वॉड और जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य जारी रहा।
मृतकों की पहचान
- रामकुमार गुप्त, पुत्र गुरु प्रसाद
- ईशा, पुत्री रामकुमार गुप्त (10 वर्ष)
- लव, पुत्र रामकुमार गुप्त (7 वर्ष)
- यश, पुत्र रामकुमार गुप्त (5 वर्ष)
- राम सजीवन, निवासी जीवपुर
सभी शवों को जिला अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है।
घटना स्थल का माहौल
धमाके के बाद पूरे क्षेत्र में हाहाकार और दहशत फैल गई। आसपास के घरों की खिड़कियां और दरवाजे तक हिल गए। ग्रामीणों के अनुसार, धमाके के बाद कुछ देर तक गैस जैसी बदबू फैली हुई थी। पुलिस ने मौके से फटा हुआ कुकर, सिलेंडर और कुछ पटाखों के अवशेष बरामद किए हैं।
प्रशासन और सरकार की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और अधिकारियों को घटनास्थल पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक स्वयं मौके पर मौजूद हैं और हर पहलू की जांच की जा रही है।
संभावित कारण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट नहीं है कि धमाका रसोई गैस सिलेंडर से हुआ या पटाखों के विस्फोट से। हालांकि, घटनास्थल से बरामद सामग्रियों और गैस की गंध के आधार पर दोनों ही संभावनाओं की जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है जो मलबे से साक्ष्य जुटा रही है।
ग्रामीणों की आंखों देखी
स्थानीय निवासी रामधनी यादव ने बताया —
“हम सब घरों में बैठे थे कि अचानक ऐसा लगा जैसे बम फटा हो। जब बाहर आए तो पूरा मकान धूल में समा चुका था। बच्चे और औरतें चीख रही थीं। पुलिस आने से पहले ही गांव वाले मलबा हटाने में जुट गए थे।”
दूसरे ग्रामीणों के मुताबिक, मृतक परिवार दीपावली के पहले पटाखे बना रहा था — हालांकि इस बात की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
जांच जारी
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया है। रेस्क्यू के बाद मलबे के हर हिस्से की जांच की जा रही है। विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
फिलहाल स्थिति
रात 11 बजे तक सभी शवों को बाहर निकाल लिया गया था। घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। मौके पर भारी पुलिस बल, दमकल विभाग, और प्रशासनिक अमला मौजूद है। ग्रामीणों को फिलहाल घटनास्थल से दूर रहने की सलाह दी गई है।