
पंजाब के लुधियाना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक निजी स्कूल में पढ़ने वाला 11वीं कक्षा का छात्र हथियारों के शौक के चलते अपराध की राह पर चल पड़ा। नाबालिग छात्र 14 हजार रुपये खर्च कर अवैध पिस्तौल खरीद लाया और इसे छुपाकर अपने पास रखता रहा। यही नहीं, वह इस पिस्तौल को स्कूल तक ले गया और किसी को भनक भी नहीं लगने दी।
कैसे पकड़ा गया छात्र
किचलू नगर चौकी की पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में एक स्कूली छात्र के पास पिस्तौल है और वह किसी वारदात की फिराक में हो सकता है। इसके बाद एएसआई लखविंदर सिंह के नेतृत्व में पुलिस पार्टी ने नाकाबंदी की और छात्र को घेराबंदी कर पकड़ लिया। तलाशी में उसके पास से 32 बोर की पिस्तौल, दो कारतूस और 50 हजार रुपये बरामद हुए।
पुलिस भी रह गई दंग
छात्र से जब पूछताछ की गई तो पुलिस हैरान रह गई। उसने बताया कि वह 11वीं कक्षा का विद्यार्थी है और उसे हथियार रखने का शौक है। इसी शौक को पूरा करने के लिए उसने पैसे इकट्ठे किए और 14 हजार रुपये में पिस्तौल खरीदी। पिस्तौल खरीदने के साथ ही उसने दो कारतूस भी लिए।
परिवार को भी नहीं थी भनक
नाबालिग ने कबूल किया कि उसने यह रकम अपने घर से चोरी की थी। घरवालों को इस बात की बिल्कुल जानकारी नहीं थी कि वह हथियार खरीद चुका है। पुलिस के अनुसार, बरामद हुए 50 हजार रुपये भी छात्र ने घर से ही चुराए थे।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि छात्र ने हथियार किससे खरीदा। बताया जा रहा है कि यह सौदा लुधियाना के ही एक तस्कर से हुआ था। फिलहाल पुलिस ने छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे जुवेनाइल होम भेज दिया गया।
बढ़ते खतरे पर चिंता
इस घटना ने समाज और स्कूल प्रबंधन दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों में हथियारों के प्रति आकर्षण किस हद तक बढ़ रहा है। नाबालिग का स्कूल में पिस्तौल लेकर जाना न सिर्फ सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है बल्कि यह भी दर्शाता है कि नशे और हथियारों की तस्करी किस तरह से युवाओं तक पहुंच रही है।