
देहरादून | शहर के पॉश इलाके राजपुर रोड पर बीती 21 सितंबर की रात उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक कारोबारी की चलती कार पर अज्ञात हमलावरों ने गोलियां दाग दीं। यह वारदात ठीक उसी इलाके में हुई, जिसे राजधानी का सबसे सुरक्षित और संवेदनशील माना जाता है। गनीमत यह रही कि कार चला रहे पीड़ित अमान चौधरी की जान बच गई, लेकिन कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
वारदात का पूरा सिलसिला
- पीड़ित की पहचान: मुजफ्फरनगर निवासी अमान चौधरी, जो अपने एक दोस्त से मिलने सिनौला गए थे।
- घटना का समय: रात लगभग 2:15 बजे।
- घटना का स्थान: वाटिका सोसाइटी, मालसी रोड के पास।
अमान अपने दोस्त के फ्लैट से लौटकर मालसी की ओर जा रहे थे। तभी एक सफेद रंग की कार ने उनकी गाड़ी को अचानक ओवरटेक कर रोकने की कोशिश की। कार से एक युवक उतरा और उसने सीधे गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
- पहली गोली अमान के चेहरे के बेहद करीब से गुज़री और उनकी कार का शीशा चकनाचूर कर बाहर निकल गई।
- जान बचाने के लिए अमान ने अपनी कार की रफ्तार बढ़ाई, लेकिन पीछे से हमलावरों ने दो और गोलियां दागीं, जो सीधे उनकी कार से टकराईं।
- किसी तरह अमान अपनी जान बचाकर घटनास्थल से भाग निकले और सुरक्षित जगह पहुंचने के बाद अपने भाई आशीष चौधरी को सूचना दी।
पुलिस कार्रवाई और जांच
अमान चौधरी ने घटना की तहरीर राजपुर थाने में दर्ज कराई। इसके बाद बुधवार देर रात पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
- थानाध्यक्ष शैंकी कुमार ने पुष्टि की कि यह घटना 21 सितंबर की रात हुई थी।
- पुलिस का कहना है कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि सफेद कार और हमलावरों की पहचान की जा सके।
- फिलहाल हमलावरों के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
यह घटना इसलिए भी गंभीर मानी जा रही है क्योंकि बीते एक सप्ताह में यह दूसरी फायरिंग की वारदात है।
- शहर के भीड़भाड़ और पॉश इलाकों में लगातार गोलियां चलने से कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
- आम लोग दहशत में हैं कि राजधानी के सुरक्षित माने जाने वाले इलाकों में भी अब बदमाश बेखौफ घूम रहे हैं।
पुलिस के सामने चुनौतियां
- हमलावरों की पहचान करना और उनकी लोकेशन ट्रेस करना फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती है।
- पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या घटना का संबंध पुरानी रंजिश या कारोबारी विवाद से है, या यह कोई संगठित गैंगवार की शुरुआत है।
- मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारी भी जांच की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।