
कानपुर | कानपुर में दो माह पहले हुई 20 वर्षीय आकांक्षा की रहस्यमयी गुमशुदगी अब जघन्य हत्याकांड के रूप में सामने आई है। पुलिस ने शनिवार को इस मामले का खुलासा करते हुए युवती के प्रेमी सूरज और उसके दोस्त आशीष को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने न केवल आकांक्षा की हत्या करने की बात कबूल की, बल्कि पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या के बाद आरोपी ने मृतका का शव सूटकेस में भरकर 95 किलोमीटर दूर बांदा के चिल्लाघाट में यमुना नदी में फेंक दिया। इतना ही नहीं, शव के साथ सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर स्टेटस तक बना दिया।
इंस्टाग्राम से हुई दोस्ती, फिर रिश्ते में उतरी कड़वाहट
आकांक्षा कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के सुजनीपुर गांव की रहने वाली थी। वह अपनी बड़ी बहन के साथ बर्रा क्षेत्र में किराये के मकान में रहकर नौकरी करती थी। करीब एक साल पहले इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती फतेहपुर जिले के बिंदकी थाना क्षेत्र के हरीखेड़ा निवासी सूरज से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम संबंध गहरे हुए। लगभग दस माह पहले आकांक्षा हनुमंत विहार स्थित एक रेस्टोरेंट में नौकरी करने लगी। रेस्टोरेंट तक आने-जाने की दूरी का बहाना बनाकर सूरज ने उसे हनुमंत विहार में ही किराये पर कमरा दिला दिया।
दूसरी लड़की से संबंध का खुलासा बना विवाद की जड़
21 जुलाई की शाम आकांक्षा को सूरज के दूसरी लड़की से संबंधों की जानकारी मिली। इसी बात को लेकर रात में दोनों के बीच जोरदार विवाद हुआ। आरोप है कि बहस के दौरान सूरज ने आकांक्षा की छाती पर ताबड़तोड़ मुक्के बरसाए और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
दोस्त की मदद से बना खौफनाक प्लान
हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए सूरज ने अपने दोस्त आशीष (निवासी: जाफरगंज थाना क्षेत्र, फतेहपुर) को बुलाया। दोनों ने मिलकर आकांक्षा के शव को सूटकेस में भरा और बाइक पर बांधकर रात में ही बांदा जिले के चिल्लाघाट पहुंचे। वहां यमुना नदी किनारे पहुंचकर पहले सूटकेस के साथ सेल्फी ली और फिर शव को नदी में फेंक दिया।
गुमशुदगी दर्ज, पर पुलिस ने देर की कार्रवाई
आकांक्षा की मां विजयश्री ने 8 अगस्त को हनुमंत विहार थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके बाद 16 सितम्बर को मां ने सीधे सूरज पर शक जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई।
तकनीकी साक्ष्य से पकड़े गए आरोपी
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की। आरोपियों के मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और डिजिटल साक्ष्यों से पुलिस को वारदात की परतें खुलती चली गईं। सूरज और आशीष दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने सूरज के मोबाइल से वह आपत्तिजनक फोटो भी बरामद की, जिसमें वह सूटकेस के साथ सेल्फी ले रहा था।
मां ने लगाई इंसाफ की गुहार
मृतका की मां विजयश्री का आरोप है कि यदि पुलिस ने शुरुआती गुमशुदगी रिपोर्ट पर कार्रवाई की होती, तो शायद उनकी बेटी को बचाया जा सकता था। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और न्याय की गुहार लगाई।
आरोपी का कबूलनामा
पुलिस पूछताछ में सूरज ने माना कि आकांक्षा उस पर शादी का दबाव बना रही थी और दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देती थी। इसी वजह से उसने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया।
पुलिस का बयान
डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि शव की तलाश यमुना नदी में जारी है और परिवार को हर संभव न्याय दिलाने का प्रयास किया जाएगा।