
बुलंदशहर | उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव कुड़वल बनारस में मामूली 30 रुपये को लेकर हुआ विवाद एक निर्दोष की जान ले बैठा। यहां 40 वर्षीय छोले-कुल्चे विक्रेता रवि कुमार की हत्या कर दी गई। आरोपी और उसके दोनों पुत्रों ने लाठी-डंडों से हमला कर रवि को गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसके बाद शनिवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पीड़ित के पिता श्रीपाल सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उनका बेटा रवि गांव के गेट के पास छोले-कुल्चे की रेहड़ी लगाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसके सामने ही गांव का एक व्यक्ति सब्जी की दुकान करता है।
- 4 सितंबर को आरोपी सब्जी विक्रेता ने रवि की रेहड़ी से छोले-कुल्चे की एक प्लेट मंगाई थी।
- उसके 30 रुपये उसने उधार कर लिए थे।
- 5 सितंबर की सुबह जब रवि ने पैसे मांगे तो आरोपी भड़क गया।
आरोपी ने पहले गाली-गलौच की और फिर अपने दोनों बेटों को मौके पर बुलाकर लाठी-डंडों से हमला करवा दिया।
परिवार भी बना निशाना
हमले में रवि गंभीर रूप से घायल हो गया। जब शोरगुल सुनकर परिजन पहुंचे और बीच-बचाव की कोशिश की तो आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट की। गांववालों के हस्तक्षेप के बाद आरोपी मौके से हट गए, लेकिन तब तक रवि खून से लथपथ हो चुका था।
अस्पताल से मौत तक का सफर
- परिजन रवि को पहले जिला अस्पताल ले गए, जहां से उसे रेफर कर दिया गया।
- इसके बाद उसे नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- देर रात हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली रोड स्थित दूसरे निजी अस्पताल ले जाया गया।
- शनिवार सुबह करीब 9 बजे उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एएसपी नगर ऋजुल कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है।
“प्रारंभिक जांच में दोनों पक्षों के बीच मारपीट की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का सही कारण स्पष्ट होगा। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” – ऋजुल कुमार, एएसपी नगर
ग्रामीणों में गुस्सा और न्याय की मांग
गांव में इस घटना से भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि मामूली पैसों को लेकर इस तरह की हत्या ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने पुलिस से दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बड़ा सवाल
सिर्फ 30 रुपये की रकम ने एक परिवार का सहारा छीन लिया। सवाल यह है कि आखिर समाज में इतनी असहिष्णुता क्यों बढ़ रही है कि लोग छोटी-छोटी बातों पर हत्या करने से भी नहीं चूकते।