
इंदौर। गुजराती कॉलेज की छात्रा श्रद्धा तिवारी की गुमशुदगी ने बीते पांच दिनों से शहर भर में हड़कंप मचा रखा था। परिवार, पुलिस और दोस्तों के लिए यह मामला रहस्य बन गया था। लेकिन शुक्रवार सुबह अचानक हालात बदले और श्रद्धा खुद अपने पति के साथ एमआईजी थाने पहुंच गई। उसकी वापसी से जहां परिवार ने राहत की सांस ली, वहीं पुलिस भी सक्रिय हो गई और तुरंत उससे पूछताछ शुरू कर दी।
23 अगस्त से थी लापता
22 वर्षीय श्रद्धा तिवारी 23 अगस्त को अचानक लापता हो गई थी। घर से जाते समय वह अपना मोबाइल वहीं छोड़ गई थी, जिससे परिवार और पुलिस दोनों के लिए उसकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो गया। शुरुआती जांच में उसकी सहेली से पूछताछ की गई, जिसमें यह बात सामने आई कि परिजनों ने किसी बात पर श्रद्धा को फटकारा था। इसके बाद से ही उसके गुम होने की कड़ियां जोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ।
मंदसौर में की शादी
एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि श्रद्धा पूरी तरह सुरक्षित है। उसने मंदसौर के एक मंदिर में करण योगी नाम के युवक से शादी कर ली है। दोनों पहले से एक-दूसरे को जानते थे। शुक्रवार को पति के साथ इंदौर लौटने के बाद श्रद्धा सीधे एमआईजी थाने पहुंची और पुलिस ने उससे मामले की पूरी जानकारी जुटानी शुरू कर दी है।
सीसीटीवी फुटेज से मिली थी जानकारी
गुमशुदगी के बाद पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों से सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में श्रद्धा पहले घर के पास से गुजरती दिखी, फिर गली से निकलकर लोटस शोरूम के सामने से होते हुए एमआर-4 की ओर जाती नजर आई। इन्हीं सुरागों के आधार पर पुलिस को आशंका थी कि वह उज्जैन की ओर गई होगी।
परिवार की चिंता और टोटका
श्रद्धा के अचानक गायब होने के बाद परिवार गहरे सदमे में था। परिजनों ने उसे सुरक्षित वापस लाने के लिए एक अनोखा टोटका भी अपनाया। घर के बाहर श्रद्धा की तस्वीर उल्टी टांग दी गई। परिवार का मानना था कि ऐसा करने से गुमशुदा व्यक्ति वापस लौट आता है। यही नहीं, उन्होंने यह घोषणा भी की थी कि जो भी श्रद्धा को घर ले आएगा, उसे 51 हजार रुपये इनाम दिया जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि ऐसा ही टोटका कुछ समय पहले सोनम रघुवंशी के पिता ने भी अपनाया था, जो राजा रघुवंशी हत्याकांड की मास्टरमाइंड रही थी।
परिवार से किया था संपर्क
गुरुवार देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि श्रद्धा मंदसौर में है और उसने अपने माता-पिता से संपर्क भी किया है। इस खबर के बाद से ही परिवार को उसकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद जगी थी। शुक्रवार सुबह जब श्रद्धा सचमुच पति के साथ थाने पहुंची, तो पुलिस और परिजनों दोनों को राहत मिली।







