
बरेली। भुता क्षेत्र में एक युवती के साथ गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता ने चार युवकों पर अगवा कर कई दिनों तक बंधक बनाकर दुष्कर्म करने और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगाया है। युवती का कहना है कि आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहे हैं। इस मामले में पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है क्योंकि पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने उसकी तहरीर बदलवाकर केवल एक आरोपी के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया।
अगवा कर चार दिनों तक रखा बंधक
युवती ने एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि 20 अगस्त की सुबह वह गांव के बाहर गोबर डालने गई थी। इसी दौरान चंदपुरा निवासी राजेश अपने तीन साथियों—रामसरन, राजकुमार और विनोद—के साथ पहुंचा और जबरन उसे चारपहिया वाहन में डालकर अपने गांव ले गया। वहां राजेश ने चाकू दिखाकर उससे दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। इसके बाद राजकुमार ने भी उससे दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि 20 से 23 अगस्त तक राजेश और राजकुमार ने उसे बंधक बनाकर कई बार दुष्कर्म किया। कमरे के बाहर एक महिला पहरा देती रही ताकि वह भाग न सके। 24 अगस्त की सुबह मौका मिलते ही वह वहां से भागकर अपने घर पहुंची और माता-पिता को पूरी आपबीती सुनाई।
थाने से लौटा दी गई पीड़िता
परिजनों के साथ थाने पहुंची पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज करने के बजाय उसे डांटकर भगा दिया। जबकि उसके पिता ने 23 अगस्त को ही उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि चौकी इंचार्ज कुआंडांडा ने उसके साथ और परिजनों के साथ अभद्रता की।
पुलिस पर गंभीर आरोप
पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने उसके पिता से जबरन तहरीर बदलवाकर केवल एक आरोपी—राजेश कुमार—के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया। जबकि घटना में चार युवक शामिल थे। इस मामले पर थाना प्रभारी रविंद्र कुमार का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और जांच की जा रही है।
वीडियो वायरल करने की धमकी
युवती ने बताया कि आरोपी लगातार उसे धमका रहे हैं कि यदि उसने मामले को आगे बढ़ाया तो अश्लील वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। उसने आशंका जताई कि अगर वीडियो वायरल हुआ तो वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएगी।
परिजनों ने की न्याय की मांग
पीड़िता और उसके परिवार ने एसएसपी से मामले की निष्पक्ष जांच और सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस पूरे प्रकरण में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।







