
गाजीपुर | उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के डिलियां गांव में 27 जुलाई की भयानक तिहरे हत्याकांड का पर्दाफाश आखिरकार हो गया। आरोप है कि भाई अभय यादव (42) ने अपनी बहन कुसुम देवी (36) तथा माता जमुनी देवी (60) और पिता शिवराम यादव (65) की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या कर दी। मामले की गुत्थी पुलिस ने देर रात गिरफ्तार आरोपी से लगातार पूछताछ में सुलझाई और हत्या के पीछे का दर्दनाक कारण भी सामने आया।
घटनाक्रम का क्रम: एक रात जिसने परिवार मिटा डाला
- 27 जुलाई सुबह: डिलियां गांव के यादव बस्ती में परिवार सामान्य जीवन जी रहा था।
- दोपहर करीब 2 बजे: घर के बाहर अचानक अभय ने बहन कुसुम पर कुल्हाड़ी से हमला किया। कुसुम की मृत्यु के बाद वहीं पास खड़ी माता-पिता ने जब बीच बचाव की कोशिश की, तो अभय ने मात–पिता पर भी हमला कर दिया।
- घटनास्थल पर चीख-पुकार: गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक अभय फरार हो चुका था।
आधे अधेरे में गिरफ्तारी
गाजीपुर शहर कोतवाली एसपी डा. ईरज राजा के नेतृत्व में पुलिस ने पूरे दिन पकड़ तलाश की। ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद, एएसपी सिटी ने बताया:
“सूचना मुहैया होते ही हमारी टीमों ने चारों ओर रोड चेकिंग शुरू कर दी। गुरुवार आधी रात करीब 2 बजे चौकिया तिराहे के पास अभय यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। वह भागते-भागते वहीं रुका था।”
पूछताछ में खुला खौफनाक मंसूबा
गिरफ्तार आरोपी अभय ने पूछताछ में कबूला कि हत्या की मुख्य वजह जमीन का लालच और बहन का उत्पीड़न था।
- पहले कुसुम की शादी दान-देहेज देकर ग्राम जैतपुरा में हुई थी, लेकिन विवाद के चलते रिश्ता टूट गया।
- फिर हाथीखाना में दूसरी शादी, फिर भी संबंध सुधार न पाए।
- कुसुम ने माता-पिता के सामने झूठ बोलकर एक बीघा चार बिस्वा दस धुर जमीन अपने नाम करा ली, जिससे अभय को जान से मारने तक की धमकी मिली।
- अभय ने कहा, “बहन हमारे और माता-पिता को बर्बाद करने पर तुली थी, यही गुस्सा मेरी जान में आग लगा गया।”
गांव में सनसनी और दहशत
यादव बस्ती के ग्रामीण अभी भी सदमे में हैं। स्थानीय शिक्षक रंजित मिश्रा कहते हैं:
“हमने अभय को कभी इतना खीझा हुआ नहीं देखा। जमीन के झगड़े ने एक परिवार को चौपट कर दिया।”
दोस्त मोहन पासवान बताते हैं कि कुसुम ने अक्सर घर में तलाक, मायके की दुश्वारियां और जमीन के दावों की शिकायत की थी, लेकिन अभय ने सुनी नहीं।
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
संवाद न्यूज एजेंसी को घटना स्थल से मिली जानकारी के अनुसार, फॉरेंसिक टीम ने शव और कुल्हाड़ी पर छाप, खून के धब्बे, मिट्टी के नमूने और सीसीटीवी फुटेज के साथ सबूत इकट्ठा किए। टीम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. किरण वर्मा ने बताया कि सबूत इतने पुख्ता हैं कि आरोपी को बरी होने का कोई रास्ता नहीं मिलेगा।
कानूनी कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
- एफआईआर: प्रेमनगर थाना में धारा 302 (हत्या) एवं 307 (हत्या का प्रयास) सहित अन्य संगीन धाराओं में दर्ज।
- जमानत की संभावना: एसपी ने स्पष्ट किया कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए जमानत पाना मुश्किल है।
- अदालत में पेशी: आरोपी को आज अपराधिक न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां न्यायिक हिरासत जारी रखने की माँग की जाएगी।
भूमि विवाद: एक आम कारण, भयंकर परिणाम
गाजीपुर में जमीन और संपत्ति को लेकर छोटे झगड़े अक्सर होते रहे हैं, लेकिन कभी-कभी ये मामूली विवाद भी जानलेवा रूप धारण कर लेते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल तिवारी कहते हैं:
“भूमि विवाद के मामलों में मध्यस्थता, पंचायत और परिवार के बुजुर्गों की भागीदारी जरूरी है। तलवारें नहीं, समझौता ही समाधान है।”