अमस्याखेड़ी (मध्यप्रदेश ) पुलिस को सूचना मिली थी कि एक महिला संतोषबाई गुर्जर अपने घर में मृत पड़ी है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो महिला के सिर पर गंभीर चोट और गले पर दबाव के निशान साफ नजर आए।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुखबिर की निशानदेही पर आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार पूछताछ करने पर पता चला कि महिला की हत्या उसके पति भेरूसिंह गुर्जर ने ही की है। पूछताछ में भेरूसिंह ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया उसने बताया कि घटना के दिन उसने अपनी से खाना बनाने को कहा था। जब उसने मना किया, तो भेरूसिंह ने गुस्से में आकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। पहले उसके बाल पकड़कर सिर दीवार पर मारा, फिर गला दबाकर जान ले ली।
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर खून से सने कपड़े बरामद किए, जिन्हें वह वारदात के बाद छुपा चुका था। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया गया।
इस जघन्य हत्याकांड के खुलासे में थाना प्रभारी घनश्याम बैरागी, मुकेश सिंह, प्रधान आरक्षक रामचरण, आरक्षक रवि, कमलेश, पंकज, ललित, गजेन्द्र, लखन और महिला आरक्षक वर्षा वर्मा की अहम भूमिका सराहनीय रही।