
अंबाला / यमुनानगर| हरियाणा के अंबाला जिले में एक और विवाहिता दहेज की बलि चढ़ गई। शादी को महज तीन महीने ही हुए थे कि 32 वर्षीय संदीप कौर ने ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के मायके पक्ष ने ससुरालवालों पर दहेज की लगातार मांग और मानसिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है।
💔 तीन महीने की शादी, अंत ज़हर से
मूल रूप से अंबाला के पंजोखरा थाना क्षेत्र के गांव जटवाड की रहने वाली संदीप कौर की शादी तीन माह पूर्व यमुनानगर के व्यासपुर थाना क्षेत्र के गांव अलीशुरपुर माजरा निवासी रजत से हुई थी। मंगलवार को संदीप कौर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की।
⚖️ दहेज उत्पीड़न का आरोप
मृतका के भाई गुरप्रीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष दहेज की मांग कर रहा था। बहन को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिससे परेशान होकर उसने जान दे दी।
🪧 अस्पताल में शव रखकर परिजनों का प्रदर्शन
पोस्टमार्टम के बाद मृतका के परिजनों ने शव को अस्पताल के प्रांगण में रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों की ससुराल पक्ष से तीखी बहस भी हुई। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत कराया और परिजनों को शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया।
🚨 चार लोगों पर केस दर्ज
जांच अधिकारी एसआई रमेश चंद ने बताया कि संदीप कौर के पति रजत, देवर कृष्ण कुमार, ससुर धुम सिंह और सास देबो देवी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और दहेज उत्पीड़न की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
📌 सवालों के घेरे में दहेज प्रथा
हरियाणा जैसे प्रगतिशील राज्य में आज भी दहेज की मांग और उसके कारण हो रही मौतें एक गहरे सामाजिक संकट की ओर इशारा करती हैं। यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि दहेज जैसी कुप्रथाएं आज भी जानलेवा बनी हुई हैं।
समाज को आत्मचिंतन करने की ज़रूरत है—क्या बेटियों की जिंदगी अब भी दहेज की मोहताज रहेगी?