जशपुर। जशपुर पुलिस ने नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ा अभियान चलाते हुए एक क्विंटल गांजा जब्त किया है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 35 लाख रुपये है। इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि तस्करों ने कार में एमपी (मध्य प्रदेश) नंबर की असली प्लेट के साथ यूपी (उत्तर प्रदेश) की फर्जी नंबर प्लेट का भी इस्तेमाल किया। पुलिस को तलाशी के दौरान कार से यूपी नंबर की दो फर्जी नंबर प्लेट मिली। आरोपी तस्कर ओडिशा में ओडिशा नंबर की फर्जी प्लेट लगाकर छत्तीसगढ़ बॉर्डर तक पहुंचे, फिर उसे फेंककर छत्तीसगढ़ की सीमा में प्रवेश करते समय मध्य प्रदेश का नंबर प्लेट (MP09CM-8238) लगा लिया। आरोपी छत्तीसगढ़ को नहीं मध्यप्रदेश को जानते थे।
आगे छत्तीसगढ़ की सीमा खत्म करने के बाद तस्करों ने यूपी बॉर्डर पर उत्तर प्रदेश की नंबर प्लेट (UP66F0115) लगाने की योजना बनाई थी। इस शातिराना तरकीब से तस्करों ने ओडिशा से उत्तर प्रदेश तक गांजा ले जाने की साजिश रची थी।जिसका खुलासा क्राइम किलर के नाम से सुर्खियों में आये एसपी शशिमोहन सिंह ने किया है। पुलिस ने गांजा तस्करी में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जारी की है।
1. सूरज गौतम (19), निवासी मुशीलाठपुर, थाना भदोही, जिला भदोही (उत्तर प्रदेश)।
2. शिवम गुप्ता (23), निवासी सहरमा, दुर्गागंज, थाना बरसठी, जिला जौनपुर (उत्तर प्रदेश)।
पुलिस ने कार के साथ गांजा, मोबाइल फोन और यूपी की फर्जी नंबर प्लेट जब्त की है। दरअसल, क्राइम किलर आईपीएस शशिमोहन ने ओडिशा से गांजे की खेप यूपी ले जाने की आशंका को देखते हुए मुखबिर लगाए हुए हैं, जिसका परिणाम मिला कि मुखबिर की सूचना पर तपकरा पुलिस और फरसाबहार पुलिस ने अंतर्राज्यीय सीमा में घुमरा-बनडेगा मार्ग पर नाकाबंदी की। पुलिस को सूचना थी कि सफेद रंग की स्विफ्ट कार में दो लोग गांजा ले जा रहे हैं। तलाशी के दौरान कार की सीट और डिक्की से 46 पैकेट गांजा मिला।
आरोपियों के खिलाफ थाना तपकरा में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेस (NDPS) एक्ट की धारा 20(ख) ii(ग) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। इस कार्रवाई में तपकरा थाना प्रभारी खोमराज ठाकुर, फरसाबहार थाना प्रभारी विवेक भगत, सहायक उप निरीक्षक अनिल कामरे, प्रधान आरक्षक अजय लकड़ा और अन्य टीम के सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि तस्करों के इस नेटवर्क के मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं। फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल तस्करों के संगठित गिरोह की ओर इशारा कर रहा है।जशपुर पुलिस की इस सतर्कता ने नशे के कारोबारियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।