कानपुर। कानपुर में बेकनगंज इलाके से चार दिन पहले अगवा हुए मामूम ईशान को पुलिस ने सोमवार को 600 सीसीटीवी कैमरों की मदद से जूही परमपुरवा से बरामद कर लिया। मामले में आरोपी मां-बेटी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने जब मासूम को उसकी मां मोमिना को सौंपा, तो उनके खुशी के मारे आंसू छलक पड़े।
डीसीपी ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का ईनाम और एडीसीपी सेंट्रल व एसीपी अनवरगंज को डिस्क अवार्ड की संस्तुति करने की बात कही है। मूलरूप से झारखंड के पाकुर निवासी आफताब तीन महीने पहले पत्नी मोमिना, बच्चे इमरान, सिमी, मिमी, तबस्सुम, इस्लाम और नौ माह के ईशान संग शहर आया था। बेकनगंज थाने के पास रहकर सभी कबाड़ का काम करते हैं।
बीती 31 मई की शाम 7ः50 बजे करीब सिमी (8) और मिमी (5) मासूम ईशान को लेकर बेकनगंज रेडीमेड बाजार में भीख मांग रही थीं तभी बादशाहीनाका निवासी राहतजहां उर्फ रानी मां रोशनजहां के साथ खरीदारी करने आईं। डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि मां-बेटी ने दोनों बहनों को पानी के बताशे खिलाने के बाद 50 रुपये देकर लस्सी लेने के लिए भेज दिया।
मौका देखकर मासूम को लेकर दोनों भाग गईं। बच्चा चुराने के बाद दोनों बादशाहीनाका स्थित राहतजहां के घर गईं। वहां दो दिन रुकीं, लेकिन इसी बीच आरोपी की एक बेटी की तबीयत बिगड़ गई। देखरेख में दिक्कत हुई तो वह बच्चे को मां रोशनजहां के घर दे आईं।
डीसीपी ने बताया कि पुलिस की आठ टीमों ने सर्विलांस सेल और क्राइम ब्रांच की मदद से बच्चे को ढूंढ निकाला। दोनों महिलाओं ने अपना जुर्म कबूल किया है। दोनों ने घर में बताया कि यह बच्चा खरीदकर लाई हैं। पुलिस राहतजहां के पति लइक से मामले में पूछताछ करेगी। आरोपी महिलाओं को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
डीसीपी के मुताबिक, आरोपी राहतजहां के ऑपरेशन से तीन बेटियां हैं। इसके चलते अब वह मां नहीं बन सकती। मन में बेटे की चाहत थी और उस दिन ईशान उन्हें मिल गया, जिससे चोरी की इच्छा जाग उठी। आरोपी मां-बेटी से पूछताछ के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी।