भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से बीते दिनों पालतू डॉग की ट्रेनिंग सेंटर में हत्या का मामला सामने आया था। जहां मिसरोद इलाके में मौजूद एक डॉग सेंटर के कर्मचारियों ने एक व्यापारी के डॉग को फांसी पर लटकाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। इसकी शिकायत के बाद पुलिस ने ट्रेनिंग सेंटर के संचालक रवि कुशवाह सहित तीनों आरोपियों नेहा और तरुण के खिलाफ पशु क्रूरता समेत विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज किया था। मामले में अब मृत डॉग की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद नया खुलासा हुआ है।
जानकरी के मुताबिक आरोपियों ने डॉग को मारने के पहले उसे दफनाने के लिए गढ्ढा तक खोद लिया था। जिसमे डॉग की हत्या कर उसे दफन कर दिया गया था। लेकिन मामले की शिकायत के बाद डॉग की बॉडी को कब्र से निकालने के बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया। डॉग की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि उसकी दो टांगे टूटी हुई थी।
डॉग की हत्या सोची समझी प्लानिंग के साथ की गई है। गिरफ्तारी के बाद संचालक रवि का कहना है कि ”डॉग काफी आक्रामक हो रहा था और उन लोगों ने उसे डराने के लिए यह किया था, पर इस बीच यह घटना हो गई।” लेकिन जो सीसीटीवी फुटेज इस पूरे मामले में सामने आए हैं उससे स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि उसे जानबूझकर मारा गया है।
मृत डॉग के मालिक निखिल जायसवाल ने बताया की सुल्तान काफी मजबूत, बहादुर और स्वस्थ था, वह अपनी ताकत के बल पर बोलेरो जैसी गाड़ी भी खींच लेता था। लेकिन उसकी मौत की खबर से वे हैरान थे कि सुल्तान अचानक कैसे इतना बीमार हुआ कि उसकी मृत्यु हो गई।
जानकरी के मुताबिक व्यापारी निखिल जायसवाल ने सहारा सिटी में स्थित अल्फा डॉग ट्रेनिंग एंड बोर्डिंग सेंटर में अपने पालतू डॉग को ट्रेनिंग के लिए छोड़ा था। जहां काम करने वाले आरोपी रवि कुशवाहा, नेहा तिवारी और तरुण दास ने मिलकर उनके डॉग की हत्या कर दी। जब डॉग के मालिक को उसकी मौत की खबर मिली तो उन्होंने डॉग सेंटर के सीसीटीवी कैमरे की जांच कराई जिसमे तीनों आरोपी डॉग से क्रूरता करते हुए दिखें। वारदात की शिकायत के बाद मिसरोद पुलिस आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था।