भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने के एक दिन बाद, विभिन्न विपक्षी दलों के नेता, जो इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं, आज काले कपड़े पहने नजर आए। उन्होंने मणिपुर पर चर्चा की अनुमति नहीं देने और उनके अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू नहीं करने के लिए ट्रेजरी बेंच के विरोध में ऐसा करने का फैसला किया। विपक्षी नेता मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं देने के लिए सरकार के खिलाफ और साथ ही हिंसाग्रस्त पूर्वोत्तर राज्य पर दोनों सदनों में बयान नहीं देने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ संसद में हर दिन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक ओर जहां संसद में मणिपुर को लेकर विपक्षी दल नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं। वहीं, प्रधानमंत्री आज राजस्थान दौके पर हैं जहां से उन्होंने इंडिया को लेकर कड़ा प्रहार किया है। इसी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पलटवार किया है। खड़गे ने कहा कि सदन चल रहा है, हम मांग कर रहे हैं कि PM वहां आएं और बयान दें लेकिन वे राजस्थान में राजनीतिक भाषण दे रहे हैं और चुनाव की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वे वहां जा सकते हैं तो क्या आधे घंटे के लिए सदन में आकर बयान नहीं दे सकते? इसका मतलब है कि लोकतंत्र में उनकी कोई रुचि नहीं है, कोई विश्वास नहीं है। वे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा नहीं करना चाहते, वे संसद का अपमान कर रहे हैं।
वहीं, राजस्थान में पीएम ने विपक्षी एकता के गठबंधन इंडिया पर कड़ा प्रहार किया है। मोदी ने कहा कि इन लोगों में अहंकार कूट-कूट कर भरा है। एक बार इन्होंने नारा दिया था इंडिया इज़ इंदिरा, इंदिरा इज़ इंडिया। तब देश की जनता ने इनका हिसाब चुकता किया था, इन्हें उखाड़ फेंका था। उन्होंने कहा कि अब फिर इन लोगों ने वही पाप दोहराया है। ये कह रहे हैं UPA इज़ इंडिया, इंडिया इज़ UPA, इनका जनता फिर से वही हाल करेगी जो पहले किया था।
उन्होंने कहा कि आज़ादी का आंदोलन जब पूरी प्रखरता पर था तो महात्मा गांधी ने एक नारा दिया था…तब महात्मा गांधी ने जो नारा दिया था आज फिर से देश के कल्याण के लिए उस नारे की ज़रूरत है…महात्मा गांधी ने नारा दिया था- अंग्रेजों भारत छोड़ो और अंग्रेजों को देश छोड़कर जाना पड़ा था। जैसे गांधी जी ने भारत छोड़ो का नारा दिया था, वैसे ही आज का मंत्र है- भ्रष्टाचार छोड़ो इंडिया, परिवारवाद छोड़ो इंडिया, तुष्टिकरण छोड़ो इंडिया। यह क्विट इंडिया ही देश को बचाएगा।