रुद्रप्रयाग। खंड विकास कार्यालय अगस्त्यमुनि के माध्यम से ग्राम स्तर पर केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न विभागों की संचालित विकास योजनाएं जो निर्माणाधीन हैं उन योजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता से पूर्ण करते हुए योजनाओं का लाभ आम जनमानस को उपलब्ध कराने के लिए मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार की अध्यक्षता में खंड विकास कार्यालय सभागार में संबंधित अधिकारियों सहित ग्राम पंचायत एवं ग्राम विकास अधिकारियों के साथ संचालित योजनाएं जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, बाल विकास द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, अमृत सरोवर आदि योजनाओं की गहन समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने खंड विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों एवं संबंधित जेई को निर्देश दिए हैं कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा विकास खंड के माध्यम से ग्राम स्तर पर कई महत्वकांक्षी योजनाएं संचालित हो रही हैं तथा उन योजनाओं का लाभ आम जनमानस को उपलब्ध कराने के लिए जो कार्य प्रगति पर हैं उन कार्यों को गुणवत्ता के साथ समयबद्धता से पूर्ण करना सुनिश्चित करें ताकि योजनाओं का लाभ आम जनता को उपलब्ध हो सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को हिदायत दी है कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही क्षम्य नहीं की जाएगी। किसी अधिकारी या कार्मिक द्वारा ऐसा किया जाता है तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने ग्रामवार समीक्षा करते हुए दो ग्राम विकास अधिकारी नरेश कोहली एवं प्रिंस पटवाल बिना अवकाश स्वीकृत कराए अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 78 योजनाएं संचालित हो रही हैं जिसमें 55 योजनाओं पर कार्य पूर्ण किया जा चुका है। 22 योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है जिसमें एक योजना पर कार्य शुरू नहीं किया गया है।
उन्होंने सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए हैं जिन योजनाओं पर कार्य प्रगति पर हैं उन योजनाओं में यथाशीघ्र कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिला योजना के तहत जिन ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी केंद्रों का मरम्मत किया जाना है उन कार्यों को भी शीर्ष प्राथमिकता से यथाशीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जिन गांवों में हर घर जल उत्सव के तहत बैठकें आयोजित नहीं की गई हैं उन गांवों में यथाशीघ्र बैठकें कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जिन गांवों में 55 एमपीसीडी पानी पर्याप्त मात्रा में है वहां से जहां सर्टिफिकेशन होना है उनका सर्टिफिकेशन कराना सुनिश्चित करा लें। अमृत सरोवर की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन अमृत सरोवरों में कार्य पूर्ण नहीं किया गया है उन सरोवरों को 15 सितंबर तक किसी भी दशा में कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। मनरेगा की समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मनरेगा के तहत जो भी योजनाएं संचालित हो रही हैं तथा जो योजनाएं पूर्ण नहीं हुई हैं उन योजनाओं को भी यथाशीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि दैवीय आपदा के कारण जो भी परिसंपत्तियां एवं योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं उन योजनाओं का तत्काल निरीक्षण करते हुए उन योजनाओं का प्रस्ताव तत्काल उपलब्ध कराएं साथ ही इसकी सूचना अनिवार्य रूप से तहसील को भी उपलब्ध की जाए। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा में जो कार्य मनरेगा से किए जा सकते हैं उन कार्यों का तत्काल प्रस्ताव तैयार करते हुए कार्य शुरू किया जाए ताकि क्षेत्रीय जनता को किसी प्रकार की कोई परेशानी एवं असुविधा न हो।
बैठक में जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, जिला पंचायत राज अधिकारी रणवीर असवाल, अधिशासी अभियंता पेयजल नवल कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, खंड विकास अधिकारी प्रवीण भट्ट, दिलीप सिंह, जे.एस. के. पंवार, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं संबंधित जेई मौजूद रहे।