
सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले का देवरी विधानसभा क्षेत्र स्मैक के नशे और उसके बढ़ते कारोबार के चलते चिंता का केंद्र बन गया है। क्षेत्र में अब तक लगभग 500 युवा स्मैक की लत के शिकार हो चुके हैं। बेलढाना गांव इस नशे के नेटवर्क का प्रमुख स्टॉक प्वाइंट बन चुका है, जहां से आसपास के क्षेत्रों में इसकी सप्लाई की जा रही है। पुलिस और प्रशासन के लिए यह एक गंभीर चुनौती बन चुका है।
महिलाएं बनीं स्मैक पहुंचाने का जरिया
सूत्रों के अनुसार, नशे की पुड़िया पहुंचाने के लिए तस्कर अब महिलाओं का सहारा ले रहे हैं। बाइक पर महिलाओं को साथ बिठाकर पुड़िया युवाओं तक पहुंचाई जा रही है, ताकि पुलिस को शक न हो। घरों से भी नशा सप्लाई किए जाने की सूचना है। पुलिस के लिए यह स्थिति कार्रवाई को और जटिल बना रही है।
राजस्थान से पहुंचती है स्मैक की खेप
जानकारी के मुताबिक, स्मैक की खेप राजस्थान के राजगढ़ और ब्यावरा से होती हुई गुना, अशोकनगर, रायसेन होते हुए देवरी तक पहुंचती है। यहां से यह केसली, गौरझामर और सागर के अन्य हिस्सों में फैल रही है। कुछ समय पहले सागर की मोतीनगर पुलिस ने सिगरेट की डिब्बी में छिपाकर स्मैक बेच रहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया था, जिनमें एक आरोपी देवरी का निवासी था।
नशे के कारण बढ़ रहा अपराध
देवरी नगर, सिविल लाइन, केसली और आसपास के इलाकों में 17 से 20 वर्ष की उम्र के युवक सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। नशे की लत लगने के बाद कई युवा आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। हाल ही में बस स्टैंड पर हुई एक युवक की हत्या को भी नशे की इस कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है।
जनप्रतिनिधियों की चेतावनी और पुलिस की चुनौतियां
विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह समाज के लिए गंभीर खतरा है और पुलिस को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। पूर्व मंत्री हर्ष यादव ने चेतावनी दी कि खुलेआम बिक रही नशीली चीजों से अराजकता फैल रही है। थाना प्रभारी मीनेश भदौरिया ने बताया कि स्मैक की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे पकड़ना मुश्किल होता है, लेकिन पुलिस मुखबिर तंत्र के जरिए लगातार प्रयास कर रही है।